एक्शन में योगी सरकार, डी.के.ठाकुर बने नये लखनऊ पुलिस कमिश्नर, कईयों पर गाज

टीम भारतदीप |

एक्शन में योगी सरकार
एक्शन में योगी सरकार

शराब कांड में हुई मौतों पर अब सीएम योगी ने सख्त तेवर अख्तियार कर लिए हैं। इसी के तहत बीती आधी रात को बड़ा एक्शन लेते हुए लखनऊ में जहां पुलिस कमिश्नर और आबकारी निरीक्षक पर कार्रवाई की गई तो वहीं फिरोजाबाद में आबकारी अधिकारी को हटा दिया गया है।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लेकर फज़ीहत झेल रही योगी सरकार की जहरीली शराब कांड ने और भी किरकिरी कराई है। शराब कांड में हुई मौतों पर अब सीएम योगी ने सख्त तेवर अख्तियार कर लिए हैं।

इसी के तहत बीती आधी रात को बड़ा एक्शन लेते हुए लखनऊ में जहां पुलिस कमिश्नर और आबकारी निरीक्षक पर कार्रवाई की गई तो वहीं फिरोजाबाद में आबकारी अधिकारी को हटा दिया गया है। दोनों जिलों के आबकारी अधिकारियों को आबकारी आयुक्त प्रयागराज मुख्यालय से अटैच किया गया है।

बता दें 5 दिन पहले जहरीली शराब पीने से लखनऊ में 6 लोगों की मौत हुई थी, वहीं फिरोजाबाद में सोमवार की रात चाचा-भतीजे ने दम तोड़ दिया था।
योगी सरकार ने लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय को हटाते हुए उनकी जगह एटीएस के एडीजी डी.के. ठाकुर को लखनऊ का नया पुलिस कमिश्नर बनाया है। देर रात ही डी.के ठाकुर ने पुलिस कमिश्नर का पद संभाल भी लिया है।

 

वहीं लखनऊ के आबकारी निरीक्षक आलोक पांडे को निलंबित कर दिया गया। कार्रवाई के क्रम में लखनऊ और फिरोजाबाद के जिला आबकारी अधिकारियों सुदर्शन सिंह व राम स्वार्थ चैधरी को हटाकर मुख्यालय से अटैच किया गया है। 1994 बैच के आईपीएस डी.के. ठाकुर 2010 से 12 तक लखनऊ के कप्तान रह चुके हैं। वहीं, लखनऊ के कमिश्नर रहे सुजीत पांडेय को सीतापुर एटीसी का एडीजी बनाया गया है।

 

वहीं, लंबे अरसे तक सीबीआई में प्रतिनियुक्ति पर रहने के बाद प्रतीक्षारत चल रहे 1977 बैच के आईपीएस अफसर जीके गोस्वामी को एटीएस का नया आईजी और 1995 के अवसर राजकुमार को पुलिस मुख्यालय में एडीजी कार्मिक के पद पर तैनाती दी गई है। बता दें कि बंथरा क्षेत्र के ग्राम लतीफनगर व रसूलपुर में शराब पीने से हुई 6 मौतों व कई लोगों के प्रभावित होने के मामले को पुलिस कमिश्नर लखनऊ ने संजीदगी से लिया है।

इस मामले में उन्होंने ड्यूटी में लापरवाही बरतने के कारण प्रभारी निरीक्षक बंथरा रमेश सिंह रावत, उपनिरीक्षक गोपी श्याम, मुख्य आरक्षी प्रभाशंकर प्रजापति को निलंबित कर दिया है। उधर जिला प्रशासन की ओर से मृतक आश्रितों को आर्थिक सहायता प्रदान की गई। सरोजनीनगर एसडीएम सूर्यकांत त्रिपाठी के साथ रसूलपुर और लतीफनगर गांव पहुंचे । एडीएम (प्रशासन) एपी सिंह ने सभी मृतकों के परिजनों को 10-10 हजार रुपए की नकद धनराशि वितरित की।

वहीं इस प्रकरण की जांच में आबकारी विभाग की टीम को काफी अनियमितताएं मिली हैं। सूत्रों का कहना है कि जांच के दौरान सेल्समैन 9 नवम्बर तक का ही रिकार्ड दिखा सका। इसके बाद चार दिनों का उसके पास कोई रिकार्ड नहीं मिला। आबकारी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि दुकान का लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जा रही है। बताया जा रहा है कि आबकारी विभाग द्वारा की गई जांच में यहां के आबकारी सिपाही श्रीराम को दोषी माना गया है, जिसके पर कार्रवाई होना लगभग तय माना जा रहा है।