टीएमसी के बाद अब वामंथियों का भी कांग्रेस से उठा विश्वास, कही यह बात

टीम भारत दीप |

कांग्रेस भाजपा को नेताओं की आपूर्ति करने का एक मंच बन गई है।
कांग्रेस भाजपा को नेताओं की आपूर्ति करने का एक मंच बन गई है।

भाकपा सांसद ने कहा कि कांग्रेस को नेहरूवादी सिद्धांतों पर रहते हुए इस तथ्य को समझना चाहिए और इस संकट से उबरने के लिए उसे आगे आना चाहिए। भाकपा कांग्रेस के साथ सहयोग को लेकर तैयार किए गए राजनीतिक प्रस्ताव के मसौदे के मद्देनजर उन्होंने यह टिप्पणी की है। इससे पहले मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि कांग्रेस पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा का राजनीतिक विकल्प नहीं हो सकती है।

नईदिल्ली। देश की मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस से धीरे-धीरे उसके सहयोगियों का विश्वास खत्म होता जा रहा है। ऐसे में कई विपक्षी दल गैर भाजपा और गैर कांग्रेस गठबंधन के बारे में सोचने लगे है, और इस सोच को मूर्त रूप दे रही है पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी।

अब टीएमसी के बाद वामपंथी भी कांग्रेस को भाजपा का मुकाबला करने में अक्षम मा रहे है। विपक्ष में हो रही टूट का सीधा फायदा बीजेपी को होने वाला है।   रविवार को कोच्चि में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सांसद बिनॉय वश्चिम ने कांग्रेस को भाजपा का सामना करने में अक्षम करार दिया है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के विघटन से केवल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को ही फायदा होगा। भाकपा नेता ने कहा, 'भारत में वामपंथी पार्टियां विघटित कांग्रेस की जगह नहीं भर पा रहे हैं। इससे आरएसएस और भाजपा को उस जगह को भरने में मदद मिलेगी।' उन्होंने कांग्रेस के साथ ही वामपंथी दलों के भी कमजोर होने पर चिंता जाहिर की। 

भाकपा कांग्रेस के सहयोग को तैयार

अपने वकत्वय में भाकपा सांसद ने कहा कि कांग्रेस को नेहरूवादी सिद्धांतों पर रहते हुए इस तथ्य को समझना चाहिए और इस संकट से उबरने के लिए उसे आगे आना चाहिए। भाकपा कांग्रेस के साथ सहयोग को लेकर तैयार किए गए राजनीतिक प्रस्ताव के मसौदे के मद्देनजर उन्होंने यह टिप्पणी की है।

ससे पहले मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि कांग्रेस पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा का राजनीतिक विकल्प नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि भाजपा के खिलाफ केवल वाम दल ही विकल्प हो सकते हैं। उन्होंने आज समारोह में कहा कि कांग्रेस भाजपा को नेताओं की आपूर्ति करने का एक मंच बन गई है।

कांग्रेस की बढ़ेगी मुसिबत

केरल के सीएम से पहले टीएमसी समेत कई अन्य दल भी कांग्रेस को राष्ट्रीय स्तर पर कमजोर बताते हुए दूसरे दलों के आगे आने की वकालत कर चुके हैं। अब वामपंथी नेताओं की यह टिप्पणी कांग्रेस की चिंताओं को बढ़ाने वाली है।

बता दें कि यूपी चुनाव में अखिलेश यादव भी कई बार कांग्रेस को कमजोर बताते हुए कह चुके हैं कि उसे एक भी सीट नहीं मिलेगी। गौरतलब है कि कांग्रेस को पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिल पाई थी। यही नहीं यूपी, बिहार समेत कई बड़े राज्यों में वह अप्रासंगिक होती दिख रही है। 

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