कोरोना का कहरः झुग्गी झोपड़ी वाले मस्त, एसी में रहने वाले पस्त, अफसर हैरान

टीम भारतदीप |

कोरोना का कहरः झुग्गी झोपड़ी वाले मस्त, एसी में रहने वाले पस्त
कोरोना का कहरः झुग्गी झोपड़ी वाले मस्त, एसी में रहने वाले पस्त

दरअसल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पॉश कॉलोनियों में कोरोना थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां लगातार संक्रमित मरीजों के आंकड़े सामने आ रहे हैं। वहीं इन कॉलोनियों के आसपास बसी मलिन बस्तियों में वायरस का कोई असर नहीं दिख रहा है।

लखनऊ। कोरोना के बढ़ते कहर के बीच आई एक खबर से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी हैरान है। दरअसल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पॉश कॉलोनियों में कोरोना थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां लगातार संक्रमित मरीजों के आंकड़े सामने आ रहे हैं।

वहीं, इन कॉलोनियों के आसपास बसी मलिन बस्तियों में वायरस का कोई असर नहीं दिख रहा है। कम से कम स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई मलिन बस्तियों में कराई गई कोरोना की जांच में तो यही बात निकल कर सामने आई है। यहां एक भी पॉजिटिव नहीं मिलने से अफसरान भी हैरान है।


बताते चलें कि 19 नवंबर को इंदिरानगर, अलीगंज, फैजुल्लागंज बंधा रोड, गोमतीनगर समेत कई इलाकों की मलिन बस्तियों में सात हजार से अधिक लोगों की जांच कराई गई। इस दौरान बस्तियों में एक भी संक्रमित नहीं मिला। इसे लेकर स्वास्थ्य विभागों के अधिकारियों का कहना है कि मलिन बस्तियों में रहने वालों की इम्युनिटी काफी मजबूत है।

ऐेसे में उन पर वायरस का असर नहीं दिखा, जबकि एसी कमरों में रहने वालों की इम्यूनिटी इनसे काफी कमजोर होती है। लिहाजा उन पर वायरस अधिक प्रभाव डाल रहा है।
जिला कांटेक्ट ट्रेसिंग के प्रभारी डॉ. एमके सिंह के अनुसार मलिन बस्तियों में कोरोना का ग्राफ अभी तक शून्य है।

नवंबर में अलग-अलग बस्तियों में कराई गईं करीब सात हजार से अधिक जांचों में एक भी पॉजिटिव केस नहीं मिला है। दरअसल स्वास्थ्य विभाग ने दीपावली से पहले फोकस सैंपलिंग करवाई थी। इसके तहत 34,186 जांचों में महज 44 पॉजिटिव मिले हैं।

इस दौरान ब्यूटी पार्लर, स्टीट वेंडर, दुकानदार, नाई-बिजली की दुकानों समेत अन्य जगहों पर एंटीजेन व आरटीपीसीआर जांच कराई गई थी। वहीं इस मसले पर केजीएमयू के पल्मोनरी मेडिसिन, विभागाध्यक्ष डॉ. सूर्यकांत के मुताबिक मलिन बस्तियों में रहने वालों की इम्यूनिटी अधिक मजबूत है।

ऐसे में उन पर संक्रमण हावी नहीं हो पा रहा है। पॉश कॉलोनियों में रहने वालों की इम्यूनिटी कमजोर मिली है। इनका सामाजिक मिलना-जुलना भी अधिक देखा गया है। ऐसे में उनमें भी संक्रमण अधिक होने का अंदेशा है। वहीं दूसरी तरफ कोरोना की दूसरी लहर की अंदेशा को लेकर गैर राज्य से आने वाले लोगों की स्वास्थ्य विभाग ने जांच शुरू कराई है।

इसमें एयरपोर्ट, बस स्टैंड, रेलवे स्टैंड, आगरा एक्सप्रेस-वे पर दिल्ली समेत अन्य जगह से आने वाले लोगों की जांच कराई जा रही है। अभी तक 10,097 लोगों की जांच कराई गई, जिसमें 48 पॉजिटिव आए हैं। 5381 लोगों की आरटीपीसीआर जांच में 35 संक्रमित निकले हैं। बाकी 13 पॉजिटिव एंटीजन जांच में मिले।


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