रालोद प्रमुख अजित चौधरी का कोरोना संक्रमण की वजह से निधन, जानिए उनके बारे में

टीम भारत दीप |
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अजित सिंह का जन्म 12 फरवरी 1939 में मेरठ में हुआ था।
अजित सिंह का जन्म 12 फरवरी 1939 में मेरठ में हुआ था।

मनमोहन सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे चौधरी अजित सिंह के बेटे जयंत चौधरी भी मथुरा से सांसद रहे हैं। चौधरी अजित सिंह बीते कई दिनों से कोरोना वायरस से संक्रमित थे। बता दें कि अजीत सिंह देश के पूर्व प्रधानमंत्री और किसान नेता चौधरी चरण सिंह के पुत्र थे।

नईदिल्ली। कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से मौत का सिलसिला तेज होता जा रहा है। इस महामारी ने कई दिग्गजों को समय से पहले दुनिया से रूखस्त कर दिया। इस समय संक्रमण से जूझ रहे राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख अजित सिंह भी दुनिया छोड़  गए।

मालूम हो कि अजित सिंह गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। मंगलवार रात को आरएलडी प्रमुख चौधरी अजित सिंह की तबीयत ज्यादा खराब हो गई। चौधरी अजीत सिंह 22 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हुए थे और इसके बाद गुरुग्राम भर्ती कराया गया है। 

पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता चौधरी अजीत सिंह बीते कई दिनों से कोरोना वायरस से संक्रमित थे। पंचायत चुनाव में इस बार उनकी पार्टी ने समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शानदार प्रदर्शन किया था।

मनमोहन सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे चौधरी अजित सिंह के बेटे जयंत चौधरी भी मथुरा से सांसद रहे हैं। चौधरी अजित सिंह बीते कई दिनों से कोरोना वायरस से संक्रमित थे।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में रालोद-सपा गठबंधन ने प‌श्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा को कांटे की टक्कर दी है। परिणाम आने के बाद पश्चिनी उत्तर प्रदेश के बागपत, मेरठ, शामली से लेकर अलीगढ़ और मथुरा तक में रालोद को जबरदस्त बढ़त और जीत मिली है। रालोद ने अन्य जिलों में सपा के साथ मिलकर जीत दर्ज की है।

बता दें कि अजीत सिंह देश के पूर्व प्रधानमंत्री और किसान नेता चौधरी चरण सिंह के पुत्र थे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चौधरी अजीत सिंह जाटों के बड़े नेता माने जाते हैं। वह कई बार केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं।

पिछले 2 लोकसभा चुनाव और 2 विधानसभा चुनाव के दौरान राष्ट्रीय लोकदल का ग्राफ तेजी से गिरा। यही वजह है कि वह अपने गढ़ बागपत से भी लोकसभा चुनाव हार गए। अजीत सिंह के सुपुत्र जयंत चौथरी भी मथुरा लोकसभा सीट से चुनाव हारे। हालांकि, पंचायत चुनाव पर नजर डाले से रालोद अपना वोट बैंक दोबारा पाने में कुछ हद तक कामयाब होती दिखाई दे रही है।

अजित सिंह का सफर

अजित सिंह का जन्म 12 फरवरी 1939 में मेरठ में हुआ था। अजित सिंह के पिता का नाम चौधरी चरण सिंह था, माता का नाम गायत्री देवी था। चौधरी अजित सिंह को राजनीति विरासत में मिली थी। 

अजीत सिंह ने स्नातक बीएससी, बीटेक और स्नातकोत्तर उपाधि नामी संस्थानों अर्थात लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ, आयआयटी खड़गपुर और प्रौद्योगिकी के इलिनोइस संस्थान, शिकागो (संयुक्त राज्य अमेरिका) से प्राप्त की। उन्हें कृषि और आधुनिक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विशेष रुचि थी

अजीत सिंह ने अमेरिका में १७ वर्षों तक अमेरिकी कम्प्यूटर इंडस्ट्री में कार्य किया और १९८० के पूर्वार्द्ध में लोकदल को पुनर्जीवित करने वापस भारत आए। अपने पिता पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह द्वारा बनाई गई पार्टी लोकदल से जुड़कर उसे आगे बढाने का काम किया।

अजित सिंह ने अपने दम पर मनमोहन सरकार में कई ओहदों पर रहे । इस समय उनके पुत्र चौधरी जयंत सिंह उनके द्वारा दिखाए गए रास्तों पर आगे बढ रहे है। 


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