यहां चीन की सीमा के नजदीक भारतीय लड़ाकू विमानों ने भरी उड़ान, विमानों की गड़गड़ाहत से गूंजा आसमान

टीम भारत दीप |
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सांकेतिक तस्वीर
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लगतार तीन दिनों से शाम से देर रात तक लड़ाकू विमानों की गड़गड़ाहट आसपास के माहौल में गूंज रही है। सैन्य सामान से भरे सेना के ट्रकों की आवाजाही भी बढ़ गई है।

भारत—चीन सीमा पर चल रहे तनाव के बीच उत्तर प्रदेश के बरेली में भी सरगर्मियां बढ़ गईं हैं। या ये कहें कि यहां मौजूद त्रिशूल एयरबेस को भी तैयार रहने के निर्देश सरकार की ओर से मिल गए हैं। लगतार तीन दिनों से शाम से देर रात तक लड़ाकू विमानों की गड़गड़ाहट आसपास के माहौल में गूंज रही है। सैन्य सामान से भरे सेना के ट्रकों की आवाजाही भी बढ़ गई है। हालांकि एयरबेस के अफसरों ने कुछ कहने से इनकार किया है।

वाहनों की आवाजाही रही जारी
आसपास के लोगों के मुताबिक तीन दिन से लगातार एयरबेस से सुखोई विमानों की गड़ग़ड़ाहट से पूरा इलाका थर्रा रहा है। शुक्रवार शाम छह बजे से रात करीब साढ़े बारह बजे के बीच कई विमानों ने उड़ान भरी। शनिवार को दिन भर एयरबेस पर क्विक रिस्पॉंस टीम के वाहनों की आवाजाही रही। 

तैयारी में जुटा ऐयरबेस
सूत्रों के मुताबिक चीन को जवाब देने के लिए भारत की ओर से सीमा पर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। शनिवार शाम कुछ लड़ाकू विमानों ने पिथौरागढ़ जिले से सटी चीन सीमा के नजदीक तक उड़ान भरी थी। लिपुलेख में भी सेना और पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती बढ़ी है।


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