किसानों की मौत पर गुस्सा: प्रियंका और टिकैत पहुंचे लखीमपुर, पीड़ितों से मिलने से रोका गया

टीम भारत दीप |

सीएम ने लखीमपुर के कांड को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
सीएम ने लखीमपुर के कांड को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।

भाकियू नेता टिकैत ने बताया कि लखीमपुर की घटना में सरकार ने अपना अमानवीय चेहरा दर्शा दिया है। जब सरकार किसान आंदोलन को नहीं कुचल पाई तो अब सरकार ने किसानों को ही गाड़ी के नीचे कुचलना शुरू कर दिया। सरकार ने यह सब करके अपने ताबूत में आखिरी कील ठोक दी है।

लखीमपुरखीरी । यूपी के लखीमपुर खीरी में रविवार को  कृषि कानूनों और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी की टिप्पणी का विरोध कर रहे किसानों और मंत्री के बेटे के बीच हुए हिंसक टकराव में आठ लोगों की मौत के बाद प्रदेश में बवाल मचा हुआ है। 

इस बीच कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी लखीमपुर पहुंच गई हैं लेकिन उन्हे किसी भी पीड़ित से मिलने नहीं मिलने दिया गया गया है। किसान नेता राकेश टिकैत भी खीरी पहुंच गए हैं। जिला प्रशासन अभी तक चार किसानों तो किसान यूनियन आठ किसानों के मारे जाने की बात कह रहा है। 

इस बीच लखीमपुर के बनबीरपुर गांव में राकेश टिकैत ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि हम पहले किसानों और ग्रामीणों से मिलेंगे और उनके साथ स्थिति पर चर्चा करेंगे। ग्रामीणों और किसानों से चर्चा के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उनका फैसला मान्य होगा। इधर यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने दावा किया है कि प्रियंका गांधी को हरगांव से गिरफ्तार किया गया। प्रियंका के अलावा कई और नेता भी आज लखीमपुर खीरी पहुंचने वाले हैं। 

आज भाकियू का देशव्यापी प्रदर्शन

यूपी के लखीमपुर खीरी में हुए बवाल के बाद किसान यूनियन (भाकियू) ने रविवार को मुजफ्फरनगर में पंचायत  बुलाई और सोमवार को देश भर के हर जिले में विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया। भाकियू के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि यह फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत की अध्यक्षता में सिसौली गांव में हुई पंचायत में लिया गया। मलिक ने कहा यह तय किया गया है कि किसानों के समूह हर जिले में जिला प्रशासन के कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन करेंगे।

आज पहुंचेंगे कई नेता

लखीमपुर में हुई घटना के विरोध में आज कई नेता खीरी पहुंचेंगे। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लखीमपुर जाने का फैसला किया है। उन्होंने ट्विटर पर बताया कि उत्तर प्रदेश में किसानों के साथ जो व्यवहार हुआ वह अक्षम्य है। मैं किसान हूं। किसान का दर्द समझता हूं।

इन कठिन परिस्थितियों में उनके साथ खड़े होने के लिए लखीमपुर जाउंगा। राष्ट्रीय लोक दल के मुखिया जयंत चौधरी भी सोमवार को लखीमपुर खीरी पहुंच रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि किसान का खून बहाया गया है। सोमवार घटनास्थल पर पहुंचूंगा।

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक पंबाज के  उप-मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा सोमवार को लखीमपुर खीरी जाएंगे और वहां की स्थिति का मौके पर जायजा लेंगे। रंधावा ने कहा कि वह पीड़ितों के परिवारों से व्यक्तिगत रूप से मिलना चाहते हैं और वहां की स्थिति के बारे में प्रत्यक्ष रूप से जानकारी लेना चाहते हैं। डिप्टी सीएम के साथ अधिकारियों की एक टीम भी होगी। रंधावा ने पीड़ितों को न्याय दिलाने का वादा करते हुए किसानों से हर कीमत पर शांति बनाए रखने की अपील की है।

वहीं इस विषय  में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सुबह कुछ नेताओ के साथ खीरी के लिए निकलेंगे। उन्होंने सभी वरिष्ठ नेताओ को सुबह पार्टी कार्यालय बुलाया है। सपा अध्यक्ष का संदेश लेकर मौके पर पहुंचे एमएलसी शशांक यादव ने बताया कि संदेश में किसानों के साथ रहने, हर संभव मदद का भरोसा दिया गया है। इसमें यह भी कहा गया है कि वे (अखिलेश ) जल्द पहुंचेंगे किसानों के बीच।

राकेश टिकैत ने बोला सरकार पर हमला 

भाकियू नेता टिकैत ने बताया  कि लखीमपुर की घटना में सरकार ने अपना अमानवीय चेहरा दर्शा दिया है। जब सरकार किसान आंदोलन को नहीं कुचल पाई तो अब सरकार ने किसानों को ही गाड़ी के नीचे कुचलना शुरू कर दिया। सरकार ने यह सब करके अपने ताबूत में आखिरी कील ठोक दी है।  

उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना में हल्की धाराएं लगती हैं, इसलिए किसानों को जानबूझकर कार से रौंदा गया। उन्होंने कहा कि मंत्री-नेताओं की गाड़ी में गुंडे घूमते हैं। इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष और उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। किसानों को जानबूझ कर रौंदा गया है, इसलिए आरोपियों के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज की जाए।

योगी बोले- दोषियों को बख्शेंगे नहीं

सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने का आग्रह भी किया।

इसलिए भड़की हिंसा

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के कार्यक्रम में शामिल होने आशीष मिश्र भी काफिले के साथ तिकुनिया मार्ग से जा रहे थे। विद्युत उपकेंद्र के पास जमा किसानों और आशीष के बीच झड़प हो गई। किसान नेताओं का आरोप है कि आशीष ने उन पर गाड़ी चढ़ा दी। इससे गुरुविंदर सिंह (22), दलजीत सिंह (24), लवप्रीत सिंह (25) और नक्षत्र सिंह की मौत हो गई। इसके बाद किसानों ने काफिले पर धावा बोल दिया और गाड़ियों में आग लगा दी।

डीएम अरविंद कुमार चौरसिया ने मारे गए 4 किसानों की सूची जारी की

  1. गुरविंदर सिंह, उम्र - 20 साल, निवासी ग्राम - मकरोनिया नानपारा
  2. दलजीत सिंह, उम्र - 35 साल, निवासी- बनजारा ठठ्ठा नानपारा
  3. नक्षत्र सिंह, उम्र - 65 साल, निवासी - नयापुरवा धौरहरा
  4. लवप्रीत सिंह, उम्र - 20 साल, निवासी - चौखड़ा फार्म मझगाई पलिया

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