आगरा मृत सफाई कर्मचारी अरुण के परिजनों से प्रियंका ने की मुलाकात, सख्त कार्रवाई की मांग

टीम भारत दीप |

महिलाओं ने प्रियंका गांधी को बताया कि अरुण को बिजली के झटके दिए गए।
महिलाओं ने प्रियंका गांधी को बताया कि अरुण को बिजली के झटके दिए गए।

आगरा में सफाई कर्मचारी अरुण नरवार की मौत के बाद प्रदेश में सियासत का पारा चढ़ गया था। बुधवार देर रात प्रियंका गांधी वाड्रा ने आगरा पहुंचकर अरुण के परिजनों से मुलाकात की। प्रियंका गांधी वाड्रा ने अरुण के घर में बंद कमरे में मुलाकात की।

आगरा। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी बुधवार रात को पुलिस हिरासत में पिटाई से हुई मौत के मामले में मृत सफाई कर्मचारी के परिजनों से मुलाकात की। सफाई कर्मचारी अरूण को थाना जगदीशपुरा के मालाखाना में हुई चोरी के शक में पूछताछ की जा रही थी, इसी दौरान उसकी तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। 

हालांकि योगी सरकार ने प्रियंका को चार लोगों के साथ आगरा जाने की अनुमति ​दी थी, लेकिन आगरा पुलिस उन्हें शहर में प्रवेश नहीं दे रहीं थी। इसके बाद अधिकारियों के हस्तक्षेप से प्रियंका मृतक के परिजनों से मुलाकात कर पाई। 

आपकों बता दें कि आगरा में सफाई कर्मचारी अरुण नरवार की मौत के बाद प्रदेश में सियासत का पारा चढ़ गया था। बुधवार देर रात प्रियंका गांधी वाड्रा ने आगरा पहुंचकर अरुण के परिजनों से मुलाकात की। प्रियंका गांधी वाड्रा ने अरुण के घर में बंद कमरे में मुलाकात की। 

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने अरुण नरवार के परिजनों से मिलने के बाद मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि आजाद भारत में भी ऐसा हो सकता है। उन्हें बताया कि अरुण के बड़े भाई की पुत्री की शादी के लिए जो रकम घर पर रखी हुई थी, पुलिस उठाकर ले गई।

घर में तोड़फोड़ की गई। पीड़ित परिवार की महिलाओं ने प्रियंका गांधी को बताया कि अरुण को बिजली के झटके दिए गए। पुलिस हिरासत में थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया गया। घर वालों ने यह भी बताया कि उन्हें पीएम रिपोर्ट नहीं दी गई है

न पोस्टमार्टम के समय परिवार का कोई व्यक्ति मौजूद था। मृतक परिजनों से मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी काफी आक्रोशित दिखाई दे रही थी, उनके साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू व अन्य नेता मौजूद थे।
 
प्रियंका ने किया था ट्वीट

पुलिस अभिरक्षा में अरुण की मौत पर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि, किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीट कर मार देना कहां का न्याय है? आगरा पुलिस कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की मौत की घटना निंदनीय है।

भगवान वाल्मीकि जयंती के दिन उप्र सरकार ने उनके संदेशों के खिलाफ काम किया है। उच्च स्तरीय जांच व पुलिस वालों पर कार्रवाई हो व पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले।

17 अक्तूबर की रात हुई थी चोरी 

आपकों बता दें कि आगरा के थाना जगदीशपुरा के मालखाना में 17 अक्तूबर की रात चोरी हो गई थी। चोर दरवाजे और बक्से का ताला तोड़कर 25 लाख रुपये ले गया था। इस मामले में थाना प्रभारी निरीक्षक सहित छह को निलंबित किया गया था।

पुलिस चोर की तलाश में लगी थी। पुलिस की विवेचना में अरुण का नाम सामने आया। वह लोहामंडी स्थित पुल छिंगामोदी, वाल्मीकि बस्ती के रहने वाला था। घटना के बाद से फरार था। पुलिस ने मंगलवार दोपहर आरोपी को हिरासत में ले लिया। उसे थाने लाकर पूछताछ की जा रही थी। 

घर से बरामद हुए थे रुपये

इस विषय में आगरा एसएसपी मुनिराज जी. ने बताया कि अरुण ने चोरी करना कबूल किया था। रुपये घर में रखे होने के बारे में बताया। इस पर तड़के चार बजे पुलिस उसे घर लेकर गई। 15 लाख रुपये बरामद किए। बरामदगी के दौरान अरुण की तबीयत बिगड़ गई।

इस पर पुलिस और परिजन अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम कराया गया है। परिवार की ओर से मुकदमा दर्ज कराया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। शाम तकरीबन साढ़े तीन बजे पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार पुलिस की मौजूदगी में कराया गया।

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