नीट की टॉपर आकांक्षा को सीएम ने किया सम्मानित, अब आगे की पढ़ाई का सारा खर्चा उठाएगी सरकार

टीम भारतदीप |
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आकांक्षा सिंह से अपने आवास पर मुलाकात की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आकांक्षा सिंह से अपने आवास पर मुलाकात की।

नीट 2020 में सौ फीसदी अंक लाकर पूरे देश में दूसरे नंबर पर रहने वाली आकांक्षा सिंह को उत्तर प्रदेश सरकार ने सम्मानित किया। योगी सरकार ने आकांक्षा की आगे की पूरी पढ़ाई का सारा खर्चा उठाने की भी बात कही है।

लखनऊ। नीट 2020 में सौ फीसदी अंक लाकर पूरे देश में दूसरे नंबर पर रहने वाली आकांक्षा सिंह को उत्तर प्रदेश सरकार ने सम्मानित किया। योगी सरकार ने आकांक्षा की आगे की पूरी पढ़ाई का सारा खर्चा उठाने की भी बात कही है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश की सरकार ने आकांक्षा को संयुक्त रूप से टॉपर घोषित करने के लिए पत्र लिखने की बात कही है।

गौरतलब है कि आकांक्षा ने नीट 2020 की परीक्षा में 720 में से 720 अंक हासिल किए थे। हालांकि देश मे एक और प्रतियो​गी के इतने ही अंक हासिल करने और उसकी उम्र ज्यादा होने के चलते उसे पहला स्थान मिला था, जबकि आकांक्षा दूसरे स्थान पर रहीं थीं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 28 अक्टूबर को नीट (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एन्ट्रेन्स टेस्ट) 2020 परीक्षा में राष्ट्रीय स्तर पर द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली आकांक्षा सिंह से अपने आवास पर मुलाकात की। मुलाकात के दौरान उन्होंने आकांक्षा को सम्मानित भी किया।

मुख्यमंत्री ने इस दौरान आकांक्षा के परिजनों को भी बधाई दी। राज्य सरकार ने आकांक्षा को भी संयुक्त रूप से नीट टापर घोषित करने लिये पत्र लिखने की बात कही है। वहीं मुख्यमंत्री ने परिजनों और अकांक्षा से कहा कि मेडिकल की पढाई, हास्टल का पूरा खर्च राज्य सरकार की ओर से उठाया जाएगा।

इसके साथ ही अकांक्षा के गांव की एक सडक का नाम भी आकांक्षा के नाम पर रखा जायेगा। इस दौरान आकांक्षा का कहना है कि सीएम योगी से मिलना मेरे लिए सपने पूरा होने जैसा है। मिशन शक्ति से मुझे बहुत प्रेरणा मिली है।


बात अगर आकांक्षा की करें तो पिछले दिनों सफलता हासिल करने के बाद उन्होंने कहा था कि वह न्यूरो सर्जन बनना चाहती हैं। उन्होंने बाकी छात्र-छात्राओं से भी कहा कि हमेशा अपने सपने ऊंचे रखिए और उनको पाने के लिये मेहनत करते रहिये। इसके साथ ही छात्र-छात्राओं को लगन से पढ़ाई करनी चाहिए।

आकांक्षा के पिता राजेंद्र कुमार राव एयरफोर्स में थे। लेकिन जब बात आकांक्षा की पढ़ाई की आई तो आकांक्षा के पिता ने वर्ष 2017 में सेवा से वीआरएस ले लिया था। आकांक्षा ने बताया कि वह नीट की कोचिंग के लिए रोज तकरीबन 70 किलोमीटर दूर गोरखपुर जाती थीं।

आकांक्षा ने हाईस्कूल से ही NEET की तैयारी शुरू कर दी थी, फिर उनकी 11वीं और 12वीं की पढ़ाई दिल्ली में सम्पन्न हुई। 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद में यहीं से उन्होंने NEET की कोचिंग भी की थी।


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