रूस में कोरोना वैक्सीन की पहली खेप तैयार, WHO की मंज़ूरी का इंतज़ार

टीम भारत दीप |
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रूस में बनाई गई इस वैक्सीन पर कई सवाल भी खड़े कर रहे हैं।
रूस में बनाई गई इस वैक्सीन पर कई सवाल भी खड़े कर रहे हैं।

रूस के राष्ट्रपति पुतिन के ऐलान के चार दिन बाद ही रूस ने पहली खेप तैयार कर ली है। हालांकि अमेरिका समेत कई देश रूस की स्पुतनिक वी नाम की वैक्सीन पर भरोसा नहीं कर रहे हैं।

इंटरनेशनल डेस्क। कोरोना महामारी से जूझ रहे पूरे विश्व को रूस ने पिछले दिनों वैक्सीन बना लेने का दावा कर चौंका दिया था। अब रूस ने एक और दावा करते हुए कहा कि उसने कोरोना वायरस से लड़ने वाली वैक्सीन की पहली ख़ेप तैयार कर ली है। वहीं दूसरी ओर अभी भी डब्लयूएचओ की ओर से इसे मंजूरी मिलने का भी इंतज़ार पूरा विश्व कर रहा है।

रूस के राष्ट्रपति पुतिन के ऐलान के चार दिन बाद ही रूस ने पहली खेप तैयार कर ली है। हालांकि अमेरिका समेत कई देश रूस की स्पुतनिक वी नाम की वैक्सीन पर भरोसा नहीं कर रहे हैं। 

इतना ही रूस में बनाई गई इस वैक्सीन पर कई सवाल भी खड़े कर रहे हैं। इसके अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी रूस की वैक्सीन को अभी तक मंजूरी नहीं दी है। संगठन का कहना है कि रूस की वैक्सीन को अभी कड़े सुरक्षा जांच से गुजरने की जरूरत है। 

इधर रूस का कहना है कि गामलेया रिसर्च इंस्टीट्यूट की ओर से तैयार वैक्सीन की पहली खेप का उत्पादन पूरा कर लिया है। इससे पहले रूस की ओर से जानकारी दी जा चुकी है कि वैक्सीन के व्यापारिक उद्देश्यों के लिए सितंबर से उत्पादन शुरू किया जाएगा।

बता दें कि दिसंबर या जनवरी से रूस हर महीने 50 लाख वैक्सीन की खुराक का उत्पादन कर सकता है। रूस प्रशासन की ओर से जानकारी दी गई थी कि देश में बनाई गई वैक्सीन को पहले स्वास्थ्य कर्मचारियों को दिया जाएगा और इसके बाद स्वैच्छिक (वालंटियर) लोगों को वैक्सीन की डोज दी जाएगी।

रूस ने इस बात की भी जानकारी दी कि भारत समेत 20 देशों ने रूस से वैक्सीन खरीदने की इच्छा जताई। गौरतलब है कि दुनिया में कोरोना का आंकड़ा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, दुनिया में कोरोना के मामले 2.11 करोड़ के पार चला गया है।


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