कोरोना की धंधेबाजी करते पकड़ा गया सरकारी लैब टेक्निशन, चंद रूपयों में देता था निगेटिव रिपोर्ट

टीम भारत दीप |

मात्र 1500 रुपये के लिए देश और समाज को मौत के मुंह में धकेल रहा था।
मात्र 1500 रुपये के लिए देश और समाज को मौत के मुंह में धकेल रहा था।

उन्नाव पुलिस को सूचना मिली कि जिला अस्पताल में रुपये लेकर फर्जी कोविड रिपोर्ट बनाई जा रही है। पुलिस ने जब फर्जी रिपोर्ट बनाने वाले सहायक लैब टेक्नीशियन अमर बहादुर चैधरी को गिरफ्तार किया तो पूरा मामला खुल गया।

उन्नाव। एक ओर पूरा विश्व और भारत कोरोना जैसी महामारी से लड़ रहे हैं। वहीं यूपी के सरकारी अस्पताल में कोरोना की धंधेबाजी का मामला सामने आया है। 

यूपी के उन्नाव में जिला अस्पताल के लैब टेक्निशन को लोगों की पाॅजिटिव रिपोर्ट को निगेटिव करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वह मात्र 1500 रुपये के लिए देश और समाज को मौत के मुंह में धकेल रहा था।  

बताया गया है कि उन्नाव पुलिस को सूचना मिली कि जिला अस्पताल में रुपये लेकर फर्जी कोविड रिपोर्ट बनाई जा रही है। पुलिस ने जब फर्जी रिपोर्ट बनाने वाले सहायक लैब टेक्नीशियन अमर बहादुर चैधरी को गिरफ्तार किया तो पूरा मामला खुल गया। 

आरोपी सहायक लैब टेक्निशन दूसरे नेगेटिव आने वाले व्यक्ति का सैंपल जांच के लिए भेज देता था, जिससे रिपोर्ट नेगेटिव आ जाती थी। बताया गया है कि फर्जी रिपोर्ट बनाने के खेल में उसे हर रिपोर्ट पर 1500 रुपये मिलते थे। 

सीओ सिटी गौरव त्रिपाठी ने बताया कि थाना कोतवाली पुलिस ने एक व्यक्ति को फर्जी कोरोना रिपोर्ट बनाने के मामले में गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला है कि वह रूपये लेकर फर्जी कोरोना रिपोर्ट बनाता था। 

उसके विरुद्ध सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर कोर्ट में पेश किया है और जेल भेजा है। जिला स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्यकर्मी की सेवा समाप्त करने के लिए सेवा देने वाली कंपनी को पत्र भेजा है। 


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