लखनऊ नगर निगम करेगा फर्जीवाड़े पर चोट, तैयार हो रहा कर्मचारियों का ब्योरा,पढ़ें पूरी खबर

टीम भारतदीप |

फर्जीवाड़े पर लगेगी लगाम
फर्जीवाड़े पर लगेगी लगाम

लखनऊ नगर निगम ने अपने सभी चार हजार नियमित कर्मचारियों का ब्योरा एक फॉर्मेट में तैयार कर रही है। यह पूरा होने के बाद सभी काम करने वाले का डाटा ऑनलाइन कर दिया जाएगा।

लखनऊ। फर्जीवाड़ा रोकने को लेकर लखनऊ नगर निगम ने अपने सभी चार हजार नियमित कर्मचारियों का ब्योरा एक फॉर्मेट में तैयार कर रही है। यह पूरा होने के बाद सभी काम करने वाले का डाटा ऑनलाइन कर दिया जाएगा। ऐसा इस कारण किया जा रहा क्योंकि कर्मचारियों के रिटायर होने के बाद भी उनकी सेवा बुक तैयार नहीं हो पाती।

जिस कारण उन्हें अपने काम के लिए हर रोज चक्कर लगाने पड़ते हैं। वहीं इसकी आड़ में यहां सालों से फर्जीवाड़ा भी चल रहा है। काम किसी का, करवाया किसी से जा रहा है। कर्मचारियों के पद के विपरीत काम करने के कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं।

इससे भी इस पर लगाम लगेगी। वहीं कई मामले ऐसे भी देखे गए हैं जब कर्मचारी के सेवाकाल के समय निधन होता तो उनके वारिस को लेकर काफी विवाद होता है। कागज़ों में वारिस का नाम न होने पर ​कभी—कभी ऐसे मौके भी आ जाते हैं जब दो-दो पत्नियां नौकरी और अन्य पैसों के भुगतान के लिए दावा करती है। और भी बहुत से मामले देखें गए हैं। इन जैसी समस्याओं से भी इससे निजात मिलेगी।

स्थानीय निकाय पोर्टल पर उपलब्ध रहेगा सारा डाटा
सभी कर्मचारियों का डाटा तैयार होने के बाद ऑनलाइन कर दिया जाएगा। इसे कोई भी देख सकेगा। डाटा जल्दी तैयार हो इसके लिए कर्मचारियों से नौकरी की शुरुआत से लेकर अभी तक सबका ब्यौरा भरवाया जा रहा है। नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक सिंह के मुताबिक कई पेज के इस फॉर्मेट में नियमित कर्मचारियों का ब्योरा भरवाकर स्थानीय निकाय के पोर्टल सारा डाटा उपलब्ध कराया जाएगा। 

फर्जीवाड़े पर लगेगी लगाम
इससे पहले कई बार फर्जीवाड़ा सामने आ चुका है। किसी का काम चापरासी का है लेकिन वह काम कोई दूसरा कर रहा है। कर्मचारी अपने पद के विपरित काम रहे हैं। नोटिंग तक पर हस्ताक्षर करे जा रहे हैं। यह खेल‌ नगर निगम में सालों से चल रहा हैं डाटा तैयार होने के कारण इसको रोका जा सकेगा।


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