आंध्र प्रदेश में नगर निगम की गुंडागर्दी, मनमाना लोन न मिलने पर बैंकों के साथ की गंदी बात

टीम भारत दीप |
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बैंक ने किसी तरह ​निजी स्टाफ के माध्यम से कचरा साफ कराया।
बैंक ने किसी तरह ​निजी स्टाफ के माध्यम से कचरा साफ कराया।

नगर निकाय अपनी सूची के अनुसार अपने लोगों को पीएम स्वनिधि योजना के तहत लोन दिलाना चाहता है,जबकि बैंक पूरी तसल्ली के साथ जरूरतमंदों को लोन देना चाहती है।

आंध्रप्रदेश। आंध्रप्रदेश के युय्यरू जिला में पीएम स्वनिधि योजना के त​हत मिलने वाले लोन के लिए बैंकों ने नगर पालिका द्वारा सुझाई गई सूची के अनुरूप काम नहीं किया।

आरोप है कि इससे नाराज निकाय अधिकारियों ने बैंकों के सामने लाकर नगर का कचरा डंप करा दिया। सुबह जब बैंक कर्मचारी पहुंचे तो बैंक के बाहर कचड़ा देख दंग रह गए।यह किसी एक बैंक के सामने का मामला नहीं है, ​बल्कि युय्यरू शहर के सभी बैंकों के सामने यह स्थि​ति गुरुवार सुबह देखने को मिली। 

हैरान बैंक कर्मचारियों ने किसी तरह ​निजी स्टाफ के माध्यम से कचरा साफ कराया। दरअसल नगर निकाय अपनी सूची के अनुसार अपने लोगों को पीएम स्वनिधि योजना के तहत लोन दिलाना चाहता है,जबकि बैंक पूरी तसल्ली के साथ जरूरतमंदों को लोन देना चाहती है।

इसी को लेकर नगर ​पालिका और बैंक कर्मचारियों में तनातनी चल रही है। बैंकों ने ​नगर पालिका द्वारा दी गई सूची के अनुसार जब लोन देने से मना दिया तो निकाय के अधिकारियों ने नाराजगी जताने के लिए गुरुवार सुबह बैंकों के सामने लाकर कचरा डंप कर दिया। 

पीएम स्वनिधि योजना में निकाय की भूमिका

पीएम स्वनिधि योजना के तहत लोन बैंकों को ही देना होता है, लेकिन इस योजना के तहत लोन लेने वाले स्ट्रीट वेंडर, ठेले वालों की सूची नगर निगम, नगर पालिका को बनाने होती है। 

इसी सूची के आधार पर बैंक लोन देती है। लोन देने से पहले बैंक आवदेक के दस्तावेज देखकर यह तय करती है कि यह सही मायने में इस लोन का हकदार है या नहीं यदि बैंक चाहते तो लोन का आवेदन रदद कर सकती है। 

मामले में बैंक कर्मियों की यूनियन वी बैंकर्स ने पूरे प्रकरण की निंदा करते हुए आंध्र प्रदेश सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। उनका कहना है कि मामले में नगर निगम को बैंकों से माफी मांगनी चाहिए।

मामले में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने गुरूवार देर रात ट्वीट कर कहा कि उन्होंने आंध्र प्रदेश के वित्त मंत्री बीआर रेड्डी से इसे लेकर बात की है। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि बैंकों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। 

लोन लेकर किस्त नहीं चुका रहे है हितग्राही

मालूम हो कि प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स यानि आत्मनिर्भर योजना के तहत लोन लेने वाले हितग्राही लोन लेने के बाद किस्त नहीं चुका रहे है। इससे बैंकों का पैसा डूबता जा रहा है। इसलिए बैंक अब पूरी पड़ताल के बाद लोन दे रही है। 

अभी ​गत दिवस मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में एक मामला सामने आया है। यहां लोन लेने वाले 160 हितग्राहियों ने एक भी  किस्त नहीं भरी, परेशान बैंक मैनेजर ने नगर निगम को रिकवरी कराने के लिए पत्र लिखा था। जिसे लेकर आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने ​ट्वीट भी किया था। 


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