आरबीआई का निर्णय: नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं, यथावत रहेंगी

टीम भारत दीप |

कोरोना की दूसरी लहर में अर्थव्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर गई थी।
कोरोना की दूसरी लहर में अर्थव्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर गई थी।

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैठक के बाद बताया कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने नीतिगत रेपो दर को 4% पर रखने के लिए सर्वसम्मति से मतदान किया और रुख उदार बना रहा। एमएसएफ दर और बैंक दर 4.25% पर अपरिवर्तित है। इसके साथ ही रिवर्स रेपो रेट को भी 3.35% पर अपरिवर्तित रखा गया है।

नई दिल्ली। देश की अर्थव्यवस्था को यथावत बनाए रखने के लिए  आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में हुई बैठक में विशेषज्ञयों से चर्चा के बाद नीतिगत दरों में बदलाव न करने पर सहमति बनीं है।

कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के प्रकोप को देखते हुए नीतिगत दरों को यथावत रखने का फैसला किया गया, यानी दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। 
हर दो माह में होती है बैठक

भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा के लिए हर दो महीने में होने वाली तीन दिवसीय बैठक संपन्न हो गई। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में हुई। 

इस बैठक में गहन-विचार विमर्श और कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के प्रकोप को देखते हुए नीतिगत दरों को यथावत रखने का फैसला किया गया, यानी दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। 

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैठक के बाद बताया कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने नीतिगत रेपो दर को 4% पर रखने के लिए सर्वसम्मति से मतदान किया और रुख उदार बना रहा। एमएसएफ दर और बैंक दर 4.25% पर अपरिवर्तित है।

इसके साथ ही रिवर्स रेपो रेट को भी 3.35% पर अपरिवर्तित रखा गया है। मालूम हो कि कोरोना की दूसरी लहर में अर्थव्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर गई थी, इसके बाद सरकार और आरबीआई के प्रयासों से किसी तरह पटरी पर लौटी है, ऐसे में आरबीआई ने मौद्रिक दरों को याथवत रखने का निर्णय लिया है। 

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