यूपी विधानसभा चुनाव: योगी के पक्ष में मुस्लिम समाज की महिलाएं करेंगी प्रचार,बनाएंगी माहौल

टीम भारत दीप |

चुनाव 2017 में महिलाओं ने पुरुषों के मुकाबले चार प्रतिशत अधिक मतदान किया था।
चुनाव 2017 में महिलाओं ने पुरुषों के मुकाबले चार प्रतिशत अधिक मतदान किया था।

संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार की अध्यक्षता में महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उत्तर प्रदेश समेत अगले वर्ष सात राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर व्यापक रणनीति बनी। उत्तर प्रदेश के मतदाताओं में अल्पसंख्यक समाज की हिस्सेदारी तकरीबन 20 प्रतिशत है।

नईदिल्ली। यूपी विधानसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दल सभी तरह के पत्ते फेंक रहे है, ताकि मतदाताओं को लुभा सकें। मुस्लिम मतदाताओं को बीजेपी के पक्ष में करने के लिए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) से जुड़ी महिलाएं मोर्चा संभालेंगी।

मालूम हो कि मुस्लिम समाज के लोगों को मुख्य धारा में लाने के केंद्र में नरेन्द्र मोदी व राज्य में आदित्यनाथ सरकार द्वारा बिना पक्षपात के सबके विकास वाली योजनाओं का जिक्र करते हुए उनसे भाजपा के पक्ष में मतदान की अपील की जाएगी।

हरियाणा में गठित हुआ प्रकोष्ठ

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हरियाणा के मानस भवन में एमआरएम के मार्गदर्शक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार की अध्यक्षता में महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उत्तर प्रदेश समेत अगले वर्ष सात राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर व्यापक रणनीति बनी।

उत्तर प्रदेश के मतदाताओं में अल्पसंख्यक समाज की हिस्सेदारी तकरीबन 20 प्रतिशत है। एमआरएम पदाधिकारियों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति मुस्लिम महिलाओं का स्नेह जगजाहिर है। पिछले विधानसभा चुनाव 2017 में महिलाओं ने पुरुषों के मुकाबले चार प्रतिशत अधिक मतदान किया था। उसमें भी मुस्लिम महिलाएं आगे थीं।

कांग्रेस की नजर महिला वोटरों पर 

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की शुरू से महिला मतदाताओं पर नजर है। प्रियंका ने ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ के साथ चुनावी मैदान में उतरी हैं। इस नारे पर चुटकी लेते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि लड़ने से लड़ने-झगड़े का भान होता है। मुकाबला करूंगी रहता तो अच्छा रहता।

एक हाथ में कुरान और दूसरे में कंप्यूटर

एमआरएम महिला विंग की संयोजिका शालिनी अली ने कहा कि योगी सरकार की मंशा एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ में कंप्यूटर की है। इससे सबको अवगत कराया जाएगा। बैठक में योगी आदित्यनाथ के जीवन, दर्शन, राजनीति समेत अन्य पहलुओं को उभारने वाली पुस्तक ‘दास्तां-ए-योगी’ का विमोचन भी किया गया।

बुधवार को उप्र के सोनभद्र के राबट्र्सगंज में जनविश्वास यात्र सभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा के मुखिया अखिलेश यादव और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव पर तीखा तंज किया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले ‘चाचा-भतीजा’ धर्म व जाति देखकर सरकारी नौकरियां देते थे। हमारी सरकार ने इस प्रथा पर रोक लगाई।

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