संस्कृत स्कूलों पर मेहरबान हुई यूपी सरकार, प्रदेशभर में की जाएगी शिक्षकों की भर्ती

टीम भारत दीप |

संस्कृत स्कूलों में संस्कृत की शिक्षा के साथ तकनीकी ज्ञान पर भी जोर दिया जायेगा।
संस्कृत स्कूलों में संस्कृत की शिक्षा के साथ तकनीकी ज्ञान पर भी जोर दिया जायेगा।

सरकार ने संस्कृत स्कूलों को तकनीकी से जोड़ने का फैसला किया है, सीएम योगी ने संस्कृत स्कूलों के सही से संचालन और बेहतर पढ़ाई के लिए बड़े स्तर पर पूर प्रदेश में मानदेय पर संस्कृत शिक्षकों की तैनाती के जाने का निर्देश जारी किया है।

लखनऊ।  उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व वाली सरकार संस्कृत स्कूलों पर मेहरबान हो गई है, सरकार ने संस्कृत स्कूलों के लिए जो फैसले लिए हैं, उससे संस्कृत भाषा को बढ़ावा मिलने के साथ—साथ बेरोजगारों को भी फायदा होगा। वहीं संस्कृत की शिक्षा हासिल करने की चाहत रखने वाले छात्रों के लिए भी इससे बहुत फायदा पहुंचेगा। 

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने संस्कृत स्कूलों को तकनीकी से जोड़ने का फैसला किया है, सीएम योगी ने संस्कृत स्कूलों के सही से संचालन और बेहतर पढ़ाई के लिए बड़े स्तर पर पूर प्रदेश में मानदेय पर संस्कृत शिक्षकों की तैनाती के जाने का निर्देश जारी किया है, इससे बड़ी संख्या में संस्कृत के शिक्षकों को रोजगार मिलेगा।

हालांकि नियमित शिक्षकों की तैनाती तक मानदेय पर रखे जाने वाले शिक्षकों की तैनाती कर स्कूलों के बेहतर संचालन की योजना सरकार ने बनाई है, इतना ही नहीं सरकार ने संस्कृत विधालयों को विज्ञान और प्रौधेगिकी से भी जोड़ने का निर्णय लिया है ताकि छात्र संस्कृत के साथ—साथ वक्त की जरूरत के मुताबिक विज्ञान ओर प्रौधेगिकी से भी जुड़े रहें और उन्हें इसकी भी जानकारी रहे।

इसके अलावा संस्कृत के साथ ही साथ कंप्यूटर और तकनीकी से संबंधित शिक्षा के ज्ञान से भी छात्रों को रूबरू कराया जाएगा, मतलब यह है कि छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ कंप्यूटर और तकनीकी की भी शिक्षा दी जाएगी। 

इसके अलावा सरकार ने जो एक और सबसे अहम फैसला किया है, वो यह है कि संस्कृत पढने वाले छात्रों के लिए भोजन की व्यवस्था होगी, इतना ही नहीं इसके साथ-साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छात्रावास की भी व्यवस्था कराने के निर्देश दिए है।


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