यूपी: कोरोना ​सं​क्रमितों के ग्राफ में उतार—चढ़ाव जारी, प्रदेश में मिले 30317 नए संक्रमित,38826 मरीज रिकवर

टीम भारत दीप |

लखनऊ में बीते 24 घंटों में 3125 नए केस मिले हैं। वहीं 6189 मरीज ठीक हुए हैं।
लखनऊ में बीते 24 घंटों में 3125 नए केस मिले हैं। वहीं 6189 मरीज ठीक हुए हैं।

बीते 24 घंटे में प्रदेश में 30317 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं इस दौरान रिकवर होने वाले मरीजों की संख्या 38826 रही। इस दरम्यान 303 संक्रमित काल के गाल में समा गए है। वहीं मौजूदा समय में प्रदेश में कुल 301833 सक्रिय मामले हैं।

लखनऊ। यूपी में कोरोना को लेकर संक्रमितों के ग्राफ में उतार—चढ़ाव जारी है। बीते 24 घंटे में प्रदेश में 30317 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं इस दौरान रिकवर होने वाले मरीजों की संख्या 38826 रही। इस दरम्यान 303 संक्रमित काल के गाल में समा गए है। वहीं मौजूदा समय में प्रदेश में कुल 301833 सक्रिय मामले हैं।

इधर लखनऊ में बीते 24 घंटों में 3125 नए केस मिले हैं। वहीं 6189 मरीज ठीक हुए हैं। इस दरम्यान 34 संक्रमितों की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक कोरोना मरीजों की संख्या में उतार-चढ़ाव जारी है। लगभग 25 दिनों बाद सूबे की राजधानी लखनऊ में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 3500 से नीचे पहुंचा है।

दरअसल शनिवार को दर्ज आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में लखनऊ को 3125 नए संक्रमित मिले हैं। बताया गया कि इनमें 100 से ज्यादा मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं बाकी मरीजों ने होम आइसोलेशन में रहने का फैसला किया है। उधर कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों की मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है।

बताया गया कि इस दौरान राजधानी लखनऊ में 34 मरीजों की मौत ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। वहीं इनमें युवाओं की संख्या भी काफी है। वहीं पुरानी बीमारी से पीड़ितों ने भी दम तोड़ा है। डॉक्टरों का कहना है कि काफी मरीज गंभीर अवस्था में अस्पताल पहुंच रहे हैं। समय पर मुकम्मल इलाज न मिलने के कारण स्थिति लगातार बिगड़ रही है।

बताया गया कि ठीक होते मरीजों के कारण हालात धीरे-धीरे सामान्य होने की ओर संकेत कर रहे हैं। नए संक्रमितों से ठीक होने वाले संक्रमितों का आंकड़ा अधिक है। बीते 24 घंटों में 6189 मरीजों ने वायरस को मात देने में कामयाबी हासिल की है। वहीं मौजूदा समय में राजधानी में 41042 केस  है।

बताया गया कि लगातार सक्रिए मरीज कम होने से डॉक्टरों ने राहत की सांस ली है। वहीं दूसरी ओर अभी भी अस्पतालों में मरीजों को लेकर दबाव लगातार बना हुआ है। बताया गया कि छोटे अस्पतालों में कोरोना मरीजों की भर्ती प्रभावित होने का फर्क बड़े अस्पतालों पर पड़ रहा है।

बताया गया कि यहां मरीजों का दबाव केजीएमयू, बलरामपुर, लोहिया व लोकबंधु जैसे अस्पतालों पर पड़ रहा है। वहीं यहां मरीजों की कतार लगी है। दूसरी ओर चिन्ता की बात यह है कि ऑक्सीजन की किल्लत से छोटे अस्पताल सभी बेड पर मरीज भर्ती नहीं कर पा रहे हैं। जिस कारण मरीज भटक रहे हैं।


 


संबंधित खबरें