आगरा: डॉ.भीमराव आंबेडकर विवि के अस्थायी मान्यता वाले 760 कॉलेजों को नोटिस, जानिए वजह

टीम भारत दीप |

शैक्षणिक मानक पूरा न होने पर उनकी स्थायी मान्यता की संस्तुति नहीं की जाएगी।
शैक्षणिक मानक पूरा न होने पर उनकी स्थायी मान्यता की संस्तुति नहीं की जाएगी।

आपकों बता दें कि आगरा विश्वविद्यालय से करीब 1050 कॉलेज संबद्ध हैं, इनमें से 760 कॉलेजों को अस्थायी मान्यता की अवधि इसी सत्र में पूरी हो गई है। इन कॉलेजों में बीए, बीएससी, बीकॉम, व्यावसायिक कोर्स समेत अन्य पाठ्यक्रम संचालित हैं।

आगरा। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय ने अधूरे मानकों को पूरा करने के लिए 760 कॉलेजों को नोटिस जारी किया है। कॉलेजों से 31 अगस्त तक मानकों की रिपोर्ट तलब की है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अधूरे मानक मिलने पर कॉलेजों की मान्यता को स्थायी करने की संस्तुति नहीं की जाएगी। आपकों बता दें कि प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थानों में इस सत्र से केडमिक बैंक आफ क्रेडिट की शुरूआत होनी ऐसे में प्रदेश के सभी कॉलेजों की जानकारी आनलाइन करनी होगी ऐसे में प्रदेश के सभी विवि इसको लेकर तैयारी कर रहे है। 

आपकों बता दें कि आगरा विश्वविद्यालय से करीब 1050 कॉलेज संबद्ध हैं, इनमें से 760 कॉलेजों को अस्थायी मान्यता की अवधि इसी सत्र में पूरी हो गई है। इन कॉलेजों में बीए, बीएससी, बीकॉम, व्यावसायिक कोर्स समेत अन्य पाठ्यक्रम संचालित हैं।

इन कॉलेजों को पाठ्यक्रम शुरू करते वक्त तीन सालों के लिए अस्थायी मान्यता दी गई थी, जिसके बाद मानक पूरा करने पर पाठ्यक्रम संचालन की स्थायी मान्यता दी जाएगी। ऐसे में इन कॉलेज संचालकों को नोटिस देकर पूछा गया है कि मानक पूरे हुए हैं कि नहीं, इनकी मौजूदा स्थिति पर रिपोर्ट मांगी है।

इनकी रिपोर्ट मिलने के बाद विश्वविद्यालय भौतिक सत्यापन कराएगा। अधूरे मानक मिलने पर इनके पाठ्यक्रम की मान्यता को 2021-22 सत्र के लिए स्थायी नहीं करेगा। 

विवि ने यह जानकारी मांगी कॉलेजों से

कॉलेजों में पाठ्यक्रमों के मुताबिक शिक्षकों की संख्या, वेतन जारी करने वाला शिक्षकों का बैंक खाते का विवरण, कक्ष संख्या, प्रयोगशाला, पुस्तकालय, खेलकूद का सामान, कॉमन रूम समेत अन्य मानक हैं। इन सभी के बारे में जानकारी मांगी गई है। 

इस विषय में विवि के जनसंपर्क अधिकारी प्रो. प्रदीप श्रीधर ने बताया कि कॉलेजों को चरणबद्ध नोटिस जारी किए गए हैं, जिनमें मानकों को पूरा करने के लिए कहा गया है। उनकी रिपोर्ट भी मांगी गई है। इनका भौतिक सत्यापन भी कराया जाएगा। शैक्षणिक मानक पूरा न होने पर उनकी स्थायी मान्यता की संस्तुति नहीं की जाएगी।

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