आगराः डाॅ. दीप्ति की उपचार के दौरान मौत, सुइसाइड नोट में लिखा शायद मैंने देरी कर दी

टीम भारत दीप |
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डाॅ. दीप्ति (File Photo)
डाॅ. दीप्ति (File Photo)

पुलिस ने घटना के बाद डाॅ. सुमित अग्रवाल के फ्लैट में जाकर छानबीन की थी। इस दौरान पुलिस ने उस कपड़े को भी कब्जे में लिया जिससे डाॅ. दीप्ति ने फांसी लगाई थी।

आगरा। आगरा के थाना ताजगंज क्षेत्र में फंासी लगाने वाली महिला डाक्टर की उपचार के दौरान मौत हो गई। डाक्टर के कमरे से मिले सुइसाइड नोट से कई बातें जाहिर हो रही हैं। पुलिस मामले में पूछताछ कर रही है।  

बता दें कि आगरा के प्रतापपुरा में डाॅ. एससी अग्रवाल का आगरा कार्डियक सेंटर नाम से हाॅस्पिटल है। उनके बेटे सुमित अग्रवाल भी हार्ट स्पेशलिस्ट हैं। वे अपनी पत्नी डाॅ. दीप्ति के साथ आगरा के थाना ताजगंज क्षेत्र के विभव नगर स्थित वैली व्यू अपार्टमेंट में फ्लैट लेकर रहते थे। डाॅ. दीप्ति एनेस्थीसिया की विशेषज्ञ थीं। 

डाॅ. सुमित के व्हाट्सएप पर सोमवार 3 अगस्त को उनकी पत्नी डाॅ. दीप्ति का मैसेज आया तो वे दौड़कर अपने फ्लैट पर पहुंचे। यहां उन्होंने देखा कि उनकी पत्नी ने अपने कमरे में फांसी लगा ली है। कमरा अंदर से बंद था। इस पर उन्होंने दरवाजा तोड़कर दीप्ति को नीचे उतारा। 

उनकी सांस चल रही थी। आनन फानन में वे अपने प्रतापपुरा स्थित हाॅस्पिटल लाए। यहां डाॅक्टर दीप्ति को वेंटिलेटर पर रखा। देर शाम जब मथुरा के कोसी से दीप्ति के मायके वाले आ गए तो उन्हें उपचार के लिए फरीदाबाद के सर्वाेदय हास्पिटल ले जाया गया। 

यहां तीन तक उपचार के बाद गुरूवार को डाॅ. दीप्ति ने दम तोड़ दिया। फरीदाबाद पुलिस ने मामले की जानकारी आगरा की ताजगंज पुलिस को दी। बता दें कि डाॅ. एससी अग्रवाल आगरा के प्रसिद्ध मिठाई व्यापारी देवीराम के परिवार से हैं। 


सुइसाइड नोट में लिखा ये
पुलिस ने घटना के बाद डाॅ. सुमित अग्रवाल के फ्लैट में जाकर छानबीन की थी। इस दौरान पुलिस ने उस कपड़े को भी कब्जे में लिया जिससे डाॅ. दीप्ति ने फांसी लगाई थी। यहां पुलिस को एक सुइसाइड नोट मिला जिसमें लिखा है- 

मैं अपनी जिंदगी से हार गई। न कुछ कर पाई न कर पाऊंगी।
माफ कर दीजिएगा आप सुमित।
सुनिए इनाया का मेरी ख्याल रखिएगा।
आपके मम्मी पापा से भी माफी मांगती हूं।
हो सके तो माफ कर देना।
शायद मैने देरी कर दी।
क्रिशिव के साथ चले जाना चाहिए था।
मेरे मरने के बाद मेरा सब कुछ इनाया का।
बस ये ही गुजारिश करूंगी डॉक्टर साहब।
इनाया का ख्याल रखना और प्लीज इनाया के लिए किसी की बातों में मत आना।
पता है जो करने जा रही हूं वह ठीक नहीं।
बहुत प्यार करती हूं आपसे, इसलिए अलग होने से भी डरती हूं। इसलिए जान देना ही ठीक रहेगा।
कोसी वाले मम्मी पापा से भी कहना अपना ख्याल रखें।
बस आप मेरी इनाया का ख्याल रखना।

हनी

सुइसाइड नोट और कमरे की हालत देखकर साफ हो गया कि डाॅ. दीप्ति के सुइसाइड की कोशिश की थी। हां अब पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्रिशिव कौन है? और आखिर किन हालातों ने सुइसाइड की गई।


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