विपक्ष की नारेबाजी के बीच वित्तमंत्री ने कोरोना काल में मदद के लिए सांसदों को दिया धन्यवाद

टीम भारत दीप |
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वित्त मंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना और तीन आत्मनिर्भर पैकेज मिलाकर 5 मिनी बजट जैसे थे, इससे ढांचागत सुधार आए
वित्त मंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना और तीन आत्मनिर्भर पैकेज मिलाकर 5 मिनी बजट जैसे थे, इससे ढांचागत सुधार आए

लॉकडाउन खत्म होते ही प्रधानमंत्री ने गरीब कल्याण योजना की घोषणा की थी, जिसने 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज दिया था। 8 करोड़ लोगों को फ्री रसोई गैस मिली। मैं उन लोगों का शुक्रिया अदा करती हूं, जो लोगों तक बुनियादी सेवाएं पहुंचाने के काम में लगे रहे।

नईदिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण  आज संसद में देश का बजट पेश कर रही है। उनके भाषण के साथ ही  विपक्ष में बैठे राजनीतिक दलों की नारेबाजी जारी है।  

अपने  बजट भाषण की शुरुआत करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि  मैं 2021-22 का बजट पेश कर रही हूं। लॉकडाउन खत्म होते ही प्रधानमंत्री ने गरीब कल्याण योजना की घोषणा की थी, जिसने 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज दिया था।

8 करोड़ लोगों को फ्री रसोई गैस मिली। मैं उन लोगों का शुक्रिया अदा करती हूं, जो लोगों तक बुनियादी सेवाएं पहुंचाने के काम में लगे रहे। बाद में हम दो और आत्मनिर्भर भारत पैकेज लेकर आए।जो हमारी  जीडीपी का हिस्सा यानी 27.18 लाख करोड़ रुपए की कुल राहत दी।

वित्त मंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना और तीन आत्मनिर्भर पैकेज मिलाकर 5 मिनी बजट जैसे थे। इससे ढांचागत सुधार आए। एक देश, एक राशन कार्ड, इंसेटिव स्कीम्स जैसे कई सुधार लाए गए।

आज भारत के पास दो वैक्सीन हैं। 100 से ज्यादा देश हमारी ओर देख रहे हैं। दो और वैक्सीन जल्द आने वाली हैं। हम वैज्ञानिकों के शुक्रगुजार हैं। हमें ये बातें बार-बार याद दिलाती हैं कि कोरोना के खिलाफ जंग 2021 में भी जारी रहेगी।ष्

टीम इंडिया की जीत का जिक्र

सीतारमण ने कहा कि आज भारत उम्मीदों का देश बना हुआ है। रवींद्रनाथ टैगोर ने कहा था कि उम्मीद एक ऐसा पक्षी है, जो अंधेरे में भी चहचहाता है। टीम इंडिया ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में जबर्दस्त प्रदर्शन किया।

इसने हमें याद दिलाया कि हम लोगों में किस तरह से संघर्ष का जज्बा है। आज डेटा बताता है कि भारत में कोरोना की वजह से सबसे कम मृत्युदर है। यही सारी बातें अर्थव्यवस्था  के कायापलट की निशानी हैं। 

सांसदों-विधायकों को दिया धन्यवाद

मैं सदन के सभी सदस्यों की तरफ से इन लोगों को धन्यवाद देती हूं जिन्होंने देश की बुनियाद को डिगने नहीं दिया। विधानसभा और संसद सदस्यों ने सैलरी दे दी। हमने आत्मनिर्भर पैकेज दिए। इस पर 27.1 लाख करोड़ रुपए दिए जो जीडीपी का 13 प्रतिशत है।

जरूरतमंदों को दिया राशन 

तीन हफ्ते के कंपलीट लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना शुरू की गई। इससे 80 करोड़ लोगों को फायदा मिला। आठ करोड़ परिवारों को मुफ्त गैस सिलिंडर मिला। बड़ी आबादी घर में थी। इसके बावजूद हेल्थ वर्कर बैंक वर्कर बिजली वाले, हमारे अन्नदाता और जवान नॉर्मल तरीके से काम करते रहे।
 


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