नवाचारः खाता-बही की जगह टैब से आज पेश होगा देश का बजट, सांसदों को मिलेगा ई-बजट

टीम भारत दीप |

उम्मीद की जा रही है कि इस बजट में सरकार राजकोषीय घाटे को थोड़े समय के लिए नजरंदाज कर ग्रोथ को बढ़ावा देने वाली घोषणाएं कर सकती है।
उम्मीद की जा रही है कि इस बजट में सरकार राजकोषीय घाटे को थोड़े समय के लिए नजरंदाज कर ग्रोथ को बढ़ावा देने वाली घोषणाएं कर सकती है।

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार सुबह 11 बजे अपने बजट भाषण की शुरुआत करेंगी। इस बार का केंद्रीय बजट काफी महत्वपूर्ण है। कोरोना रूपी वैश्विक महामारी से ना सिर्फ बड़ी संख्या में लोगों की जान गई है बल्कि हमारी अर्थव्यवस्था को भी नुकसान हुआ है।

नईदिल्ली।कोरोना महामारी की वजह से पहली बार देश का बजट पेश करते समय बही-खाता का प्रयोग नहीं किया जाएगा। न ही बजट की प्रति सांसद सदस्यों को दी जाएगी।  

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण केंद्रीय बजट एक टैब के जरिए पेश करेंगी। इसके साथ ही सांसद सदस्यों को ई-बजट उपलब्ध कराया जाएगा। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण सोमवार सुबह 11 बजे अपने बजट भाषण की शुरुआत करेंगी।

इस बार का केंद्रीय बजट काफी महत्वपूर्ण है।  कोरोना रूपी वैश्विक महामारी से ना सिर्फ बड़ी संख्या में लोगों की जान गई है बल्कि हमारी अर्थव्यवस्था को  भी नुकसान हुआ है।  आज देश की जनता वित्त मंत्री द्वारा पेश किए जाने वाले बजट की तरफ आशा भरी निगाहों से देख रही है।

पूरे देश को इस बजट से काफी उम्मीदें हे। इसके साथ ही इस बजट में हेल्थकेयर सेक्टर के लिए बड़े ऐलान हो सकते हैं। दूसरी ओर लोगों को महंगाई से राहत मिलने और इनकम टैक्स में छूट की उम्मीद है।

इस बात की उम्मीद की जा रही है कि इस बजट में सरकार राजकोषीय घाटे को थोड़े समय के लिए नजरंदाज कर ग्रोथ को बढ़ावा देने वाली घोषणाएं कर सकती है।

सबका रखा जाएगा ख्यालः अनुगराग ठाकुर

वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि यह बजट लोगों के उम्मीदों के अनुरूप होगा। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के मंत्र पर काम करने वाली सरकार ने आत्मनिर्भर भारत पैकेज के ऐलान, देश को महामारी से बचाकर अर्थव्यवस्था  को धीरे-धीरे पटरी पर लाकर भारत को नई दिशा देगा।

यह बजट काफी अहम है क्योंकि कोरोना महामारी की वजह से चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश की इकोनॉमी में 23.9 फीसद का अभूतपूर्व संकुचन देखने को मिली थी। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 7.5 फीसद पर रही थी।

आम बजट 2021.22 से नए साल और नए दशक की दिशा तय होगी। वित्त वर्ष 2021.22 में 11 फीसद की दर से जीडीपी वृद्धि की उम्मीद जतायी गई है। मुख्य आर्थिक सलाहकार की अगुवाई में तैयार आर्थिक समीक्षा में भी इसी दर से आर्थिक वृद्धि का अनुमान जाहिर किया गया है। 

बजट पेश किए जाने से पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक होती है। इस बैठक में बजट को मंजूरी दी जाती है। आज करीब सवा दस बजे केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक होने की उम्मीद है।
कोरोना संकट को देखते हुए इस बात की उम्मीद की जा रही है कि सरकार हेल्थकेयर सेक्टर के लिए आवंटन बढ़ा सकती है। 


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