भारत में निवेश के बेहतर अवसर, निवेशकों को वित्तमंत्री ने बताई भारतीय अर्थव्यवस्था की खूबियां

टीम भारत दीप |

वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में मजबूती से भारत वैश्विक आर्थिक महाशक्ति के रूप में आगे बढ़ रहा है।
वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में मजबूती से भारत वैश्विक आर्थिक महाशक्ति के रूप में आगे बढ़ रहा है।

निवेशकों ने केंद्रीय वित्त मंत्री और भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संभावित निवेश के अवसरों पर चर्चा की, साथ ही चल रहे नीतिगत सुधारों की भूमिका पर भी बातचीत की गई ताकि भारत में अधिक से अधिक ईज-ऑफ-डूइंग-बिजनेस को सक्षम बनाया जा सके।

नई दिल्ली। कोरोना से उबरने के बाद पूरे विश्व में आर्थिक गतिविधियां फिर पटरी पर लौट रही है। सभी देश इस दिशा में अहम कदम उठा रहे है। गुरुवार यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम की बैठक हुई।

इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ग्लोबल इन्वेस्टर्स राउंडटेबल में हिस्सा लिया। इस बैठक में मास्टरकार्ड, मेटलाइफ, प्रूडेंशियल, एयर प्रोडक्ट्स, सॉफ्टबैंक, और डेल सहित कुछ बड़े विदेशी निवेशक भी शामिल रहे।

बैठक में अपनी बात रखते हुए वित्त मंत्री ने निवेशकों को भारत में निवेश के बेहतर अवसर के बारे में बताया साथ ही निवेश का भी आह्वान किया। इस आयोजन में निवेशकों ने केंद्रीय वित्त मंत्री और भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संभावित निवेश के अवसरों पर चर्चा की, साथ ही चल रहे नीतिगत सुधारों की भूमिका पर भी बातचीत की गई ताकि भारत में अधिक से अधिक ईज-ऑफ-डूइंग-बिजनेस को सक्षम बनाया जा सके।

इस आयोजन के दौरान वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि विकास के अवसरों और निवेश के मामले में भारत के व्यापक सुधारों की वजह से, भारत विदेशी निवेशकों के लिए आकर्षक जगह है।

वित्त मंत्री ने कहा कि मैक्रो-इकनॉमिक स्टेबिलिटी, इंफ्रास्ट्रक्चर के नेतृत्व वाले आर्थिक विकास के अवसर, वित्तीय क्षेत्र में सुधार और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में मजबूती से भारत वैश्विक आर्थिक महाशक्ति के रूप में आगे बढ़ रहा है।

आयोजन में भारत में नए कोरोना वायरस के संक्रमणों में गिरावट और दूसरी लहर पर काबू पाने सहित संक्रमण को कम करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए मजबूत कदम और हाल के महीनों में निरंतर वृहद-आर्थिक स्थिरता और आर्थिक सुधार को लेकर भी चर्चा की गई।

बैठक के मुख्य संदेश के तौर पर भारत को आत्मनिर्भर बनाने का विजन (आत्मनिर्भर भारत), बुनियादी ढांचा आधारित आर्थिक विकास के लिए उठाए गए कदम, निवेशकों के लिए बहु-क्षेत्रीय अवसर सृजित करना, पिछले 6 वर्षों में सुधार कार्यान्वयन का मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड, निवेश गंतव्य के रूप में भारत की अन्य ताकत/लाभ और जलवायु, ईएसजी और स्थिरता केंद्रित निवेश के संदेश शामिल थे।

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