बैंकिंग:एटीएम से पैसा निकालने के नियम में हुआ बदलाव, अब और ढीली होगी जेब

टीम भारत दीप |

आरबीआई ने बयान जारी कर यह जानकारी दी है।
आरबीआई ने बयान जारी कर यह जानकारी दी है।

आरबीआई ने फ्री ट्रांजेक्शन के बाद कैश निकासी पर लगने वाले चार्ज को बढ़ाने की मंजूरी दे दी है। बताया गया कि बैंक अभी ग्राहकों से 20 रुपए प्रति ट्रांजेक्शन का चार्ज वसूलते हैं। इसमें टैक्स शामिल नहीं हैं। आरबीआई के मुताबिक इंटरचेंज फीस ज्यादा होने के कारण लागत की भरपाई के लिए बैंक ग्राहकों से फ्री ट्रांजेक्शन के बाद लिए जाने वाले चार्ज में बढ़ोतरी कर सकेंगे।

नई दिल्ली। बैंक ग्राहकों के लिए यह खबर जाननी जरूरी है। दरअसल रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने एटीएम ट्रांजेक्शन से जुड़े नियमों में बदलाव किया है। बताया गया कि आरबीआई ने बैंकों को वित्तीय-गैर वित्तीय एटीएम ट्रांजेक्शन की फीस बढ़ाने को मंजूरी दे दी है। इस बाबत आरबीआई ने बयान जारी कर यह जानकारी दी है।

जानकारी के मुताबिक आरबीआई ने फ्री ट्रांजेक्शन के बाद कैश निकासी पर लगने वाले चार्ज को बढ़ाने की मंजूरी दे दी है। बताया गया कि बैंक अभी ग्राहकों से 20 रुपए प्रति ट्रांजेक्शन का चार्ज वसूलते हैं। इसमें टैक्स शामिल नहीं हैं। आरबीआई के मुताबिक इंटरचेंज फीस ज्यादा होने के कारण लागत की भरपाई के लिए बैंक ग्राहकों से फ्री ट्रांजेक्शन के बाद लिए जाने वाले चार्ज में बढ़ोतरी कर सकेंगे।

बताया गया कि फ्री ट्रांजेक्शन के बाद बैंक अपने ग्राहकों से प्रति ट्रांजेक्शन 20 के स्थान पर 21 रुपए ले सकेंगे। बताया गया कि इसमें टैक्स शामिल नहीं हैं। कहा गया कि यह नियम 1 जनवरी 2022 से लागू होगा। एटीएम से कैश निकासी पर लिए जाने वाले चार्ज में करीब 7 साल बाद बढ़ोतरी की गई है। आरबीआई ने एटीएम ट्रांजेक्शन से जुड़े इंटरचेंज चार्ज में भी बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है।

बताया गया कि अब सभी बैंक अपने एटीएम ट्रांजेक्शन का इंटरचेंज चार्ज बढ़ा सकेंगे। बताया जा रहा है कि इस बदलाव के बाद बैंक गैर वित्तीय ट्रांजेक्शन चार्ज को 5 रुपए से 6 रुपए और वित्तीय ट्रांजेक्शन चार्ज को 15 से 17 रुपए कर सकेंगे। बताया गया कि इंटरचेंज चार्ज ग्राहकों से नहीं वसूला जाता है। इंटरचेंज ट्रांजेक्शन से जुड़े नियमों में 9 साल बाद बदलाव हुआ है।

यह नए नियम 1 अगस्त 2021 से लागू होंगे। इधर आरबीआई के मुताबिक नियमों में बदलाव के बाद भी ग्राहकों को अपने बैंक के एटीएम पर 5 फ्री ट्रांजेक्शन की सुविधा मिलती रहेगी। इसमें वित्तीय और गैर-वित्तीय दोनों प्रकार के ट्रांजेक्शन शामिल हैं। इसके अतिरिक्त बैंक ग्राहकों को दूसरे बैंक के एटीएम पर भी फ्री ट्रांजेक्शन की सुविधा मिलती रहेगी।

बताया गया कि मौजूदा वक्त में बैंक ग्राहकों को दूसरे बैंक के एटीएम पर मेट्रो शहरों में 3 ट्रांजेक्शन और नॉन-मेट्रो शहरों में 5 ट्रांजेक्शन फ्री की सुविधा मुहैया कराई जाती है। इससे पूर्व आरबीआई ने एटीएम ट्रांजेक्शन के लिए इंटरचेंज चार्ज से जुड़े नियमों में 2012 में बदलाव किया था। बताया गया कि ग्राहकों से लिए जाने वाले एटीएम ट्रांजेक्शन चार्ज में अगस्त 2014 में बदलाव किया था।

एटीएम ट्रांजेक्शन से जुड़े चार्ज में बदलाव के लिए आरबीआई ने जून 2019 में एक कमेटी का गठन किया था। बताया गया कि इस कमेटी की सिफारिशों के आधार पर ही अब एटीएम ट्रांजेक्शन चार्ज में बढ़ोतरी करने को मंजूरी मिली है। बताया गया कि 31 मार्च 2021 तक देश में ऑनसाइट एटीएम की संख्या 1,15,605 थी। इसी तरह ऑफ साइट एटीएम की संख्या 97,970 थी।

बताया गया कि 31 मार्च 2021 तक देश में सभी बैंकों के करीब 90 करोड़ एटीएम कार्ड चलन में थे। गौरतलब है कि देश में एचएसबीसी बैंक ने 1987 में मुंबई में पहला एटीएम लगाया था। इसके बाद अगले 12 सालों में देश में एटीएम की संख्या बढ़कर 1500 पर जा पहुंची थी।


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