म्यांमार में तख्तापलटः एक साल के लिए लगाया आपातकाल, आंग सान सू की नजरबंद

टीम भारत दीप |
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भारत ने इस पर अपनी प्रति‍क्रिया नहीं दी है लेकिन वह घटना पर नजर बनाए है।
भारत ने इस पर अपनी प्रति‍क्रिया नहीं दी है लेकिन वह घटना पर नजर बनाए है।

सू कीआंग सान की नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी एनएलडी के प्रवक्ता ने मायो नयुंट ने सोमवार को कहा कि म्यांमार की सेना ने देश के वास्तविक नेता आंग सान सू की को हिरासत में लिया है। प्रवक्ता मायो नयुंट ने कहा कि सू की और राष्ट्रपति विन म्यिंट को राजधानी नैपीडॉ में नजरबंद कर दिया गया है।

म्यांमार। हमारे पड़ोसी देश म्यांमार में एक बार लोकतंत्र को कुचलकर सेना सत्ता की कुर्सी पर काबिज हो गई। म्यांमार की सेना ने देश की सर्वोच्च नेता आंग सान सू की को हिरासत में ले लिया है।

म्‍यांमार में सैन्‍य तख्‍तापलट की आशंकाओं के बीच सेना ने देश में एक साल के लिए आपातकाल की घोषणा की है। सू कीआंग सान की नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी एनएलडी के प्रवक्ता ने मायो नयुंट ने सोमवार को कहा कि म्यांमार की सेना ने देश के वास्तविक नेता आंग सान सू की को हिरासत में लिया है।

प्रवक्ता मायो नयुंट ने कहा कि सू की और राष्ट्रपति विन म्यिंट को राजधानी नैपीडॉ में नजरबंद कर दिया गया है। उन्‍होंने कहा कि देश में जो हालात हैंए उससे यह साफ है कि सेना तख्‍तापटल कर रही है।

म्‍यांमार के राजनीतिक संकट पर भारत की पैनी नजर है। हालांकिए भारत ने इस पर अपनी प्रति‍क्रिया नहीं दी है लेकिन वह घटना पर नजर बनाए है।सरकार और सेना के बीच तनाव बढ़ने के बाद सेना की ओर से ये कदम उठाया गया है।

तख्तापलट की आशंकाओं से खलबली मच गई है।म्यांमार की सर्वोच्च नेता आंग सान सू की के हिरासत में लिए जाने पर अमेरिका की ओर से पहला बयान सामने आया है।

व्हाइट हाउस की प्रवक्ता जेन साकी ने अमेरिका की ओर से टिप्पणी करते हुए कहा है कि अमेरिका, म्यामांर की सेना द्वारा आंग सान सू की और अन्य नागरिक अधिकारियों की गिरफ्तारी सहित देश के लोकतांत्रिक शक्तियों को कम करने के लिए कदम उठाने वाले कदमों से चिंतित है।

अमेरिका  कि इसकी जानकारी  रा राष्ट्रपति बिडेन को दी गई है।व्हाइट हाउस की प्रवक्ता की ओर से कहा गया है कि हम म्यांमार की लोकतांत्रिक संस्थाओं के लिए अपने मजबूत समर्थन की पुष्टि करते हैं।

हमारे क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ समन्वय में सैन्य और अन्य सभी दलों से लोकतांत्रिक मानदंडों और कानून के शासन का पालन करने और आज हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा करने का आग्रह करते हैं।

व्हाइट हाउस की प्रवक्ता ने आगे कहा कि अमेरिका ने हाल के चुनावों के परिणामों को बदलने के लिए किसी भी प्रयास का विरोध किया है।

म्यांमार के लोकतांत्र को बाधित करने के लिए उठाए गए इन कदमों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हम स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और हम म्यांमार के लोगों के साथ खड़े हैं।


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