पाकिस्तान में पुलिस और सेना के बीच संघर्ष में दस की मौत, बिगड़ रहे हालात

टीम भारत दीप |

विपक्षी  दल संयुक्त रूप से इमरान सरकार के खिलाफ आंदोलन चला रहे है।
विपक्षी दल संयुक्त रूप से इमरान सरकार के खिलाफ आंदोलन चला रहे है।

पड़ोसी देश पाकिस्तान में इन दिनों हालात खराब होते जा रहे है। पहले आर्थिक संकट अब गृहयुद्ध जैसे हालत में फिर पकिस्तान में कुछ बड़ा होने की तरफ ​इशारा कर रहे है।

पाकिस्तान। पड़ोसी देश पाकिस्तान में इन दिनों हालात खराब होते जा रहे है। पहले आर्थिक संकट अब गृहयुद्ध जैसे हालत में फिर पकिस्तान में कुछ बड़ा होने की तरफ ​इशारा कर रहे है। 


गुरुवार से खराब हुए हालत ने शुक्रवार को और भयानक रूप ले लिया। गुरुवार को  कराची में पुलिस और सेना के बीच शुरू हुई झड़प अब भी जारी है। दोनों के बीच भीषण गोलीबारी हो रही है। 


पाकिस्तान में इमरान खान को सत्ता से बाहर करने के लिए विपक्ष एकजुट होकर क्रमबद्ध आंदोलन चला रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को एक संयुक्त रैली हुई। इस रैली में विपक्ष ने इमरान सरकार की नाकामयाबी और फौज की बढती दखलअंदाजी पर जमकर निशाना साधा। इमरान सरकार को बचाए रखने के लिए सेना पुरजोर प्रयास कर रही है।

 रैली में सिंध से कराची आए पूर्व पीएम नवाज शरीफ के दामाद और बेटी को हिरासत में लिया गया, जिन्हें कुछ देर बाद रिहा कर दिया गया । इसके बाद हालात और खराब हो गए। पुसिल और सेना के जवानों के बीच भयंकर गोलीबारी शुरू हो गई। इस गोली बारी में 10 लोगों के मारे जाने की खबर हैं। गोलीबारी में बड़ी संख्या में लोगों के घायल होने की सूचना है। इसके अलावा यह संघर्ष अब बढता जा रहा है। 

गोलीबारी के दौरान सिंध के पुलिस अधीक्षक एम आफताब अनवर को हिरासत में ले लिया। सेना और पुलिस के बीच मामला उस समय तूल पकड़ा, जब 11 विपक्षी दलों के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) ने कराची में एक विशाल रैली की। इस रैली में इमरान खान सरकार और सेना पर जमकर निशाने साधे गए। इस रैली को अवाम का जबरदस्त समर्थन मिला। इस रैली को आनलाइन पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भी संबोधित किया।


इस विषय में सिंध पुलिस ने ट्वीट कर कहा है कि 18/19 अक्तूबर की रात को सेना के जवानों ने आईजी सिंध मुश्ताक मेहर का अपहरण कर लिया था। उन्हें मोहम्मद सफदर की गिरफ्तारी के आदेश पर दस्तखत करने के लिए मजबूर भी किया था। सिंध पुलिस इन व्यवहार से काफी आहत है, जबकि आईजी ने विरोध दर्ज कराने के लिए अनिश्चितकालीन के लिए छुट्टी पर जाने का फैसला लिया।

इतना ही नहीं तीन अतिरिक्त आईजी, 25 डीआईजी, 30 एसएसपी और सिंध के दर्जनों एसपी, डीएसपी और एसएचओ सहित पुलिस के लगभग सभी शीर्ष अधिकारियों ने इसके विरोध में छुट्टी के आवेदन दिए। गुप्त सूत्रों से जो जानकारी निकलकर सामने आ रही है।

पाकिस्तान के आतंरिक मामलों के मंत्री ब्रिगेडियर इजाज शाह पर आरोप है कि पूर्व पीएम नवाज शरीफ के दामाद सफदर अवान की गिरफ्तारी के लिए सिंध पुलिस प्रमुख पर दबाव डालना और उनका अपहरण इन्हीं के इशारे पर हुआ है। पुलिस अधिकारी के अपहरण मामले में पाकिस्तानी रेंजर्स का बचाव किया। 


संबंधित खबरें