द्वारचार के दौरान दूल्हे ने की कुछ ऐसी हरकत ​की ​बिना ब्याहे लौटी बारात

टीम भारत दीप |

दूल्हे ने आरोप लगाया वह मंगलसूत्र लाना भूल गया, इसलिए दुल्हन ने शादी से इन्कार कर दिया।
दूल्हे ने आरोप लगाया वह मंगलसूत्र लाना भूल गया, इसलिए दुल्हन ने शादी से इन्कार कर दिया।

द्वारपूजा के समय दूल्हा शराब के नशे में था। इसके बाद वह कार से गांव के बाहर चला गया। यहां से दुल्हन के मोबाइल पर फोन करके धमकी दिया कि तिलक पर तुम्हारे पिता ने डेढ़ लाख रुपये का दहेज नहीं दिया है। शादी के बाद सबक सिखाएंगे। दुल्हन ने यह बात पिता से बताई।

बाराबंकी। उत्‍तर प्रदेश के बाराबंकी में बड़े अरमानों के साथ घोड़ी चढ़कर बैंडबाजे के साथ बारात लेकर गए दूल्हे को बगैर दुल्हन घर लौटना पड़ा।

मामला यू बिगड़ा कि दुल्हन पक्ष का आरोप है कि दूल्हे ने शराब पीकर द्वारचार के दौरान हंगामा किया और दहेज की मांग बढा दी।इससे नाराज दुल्‍हन के शादी से इन्‍कार कर दिया।

नाराज दूल्‍हा शादी कराने की मांग को लेकर थाने पहुंच गया। दूल्‍हे ने थाने में बताया कि वह मंगलसूत्र लाना भूल गया तो दुल्‍हन ने किया शादी से इन्‍कार। घंटों चले विवाद के बाद दोनों पक्ष अपना-अपना सामान वापस लेने में सहमत हुए और शादी टूट गई। 

तिलक के दौरान बिगड़ी बात

मामला टिकैतनगर थानाक्षेत्र का है। यहां की निवासी युवती के साथ शादी करने बदोसराय से युवक बरात लेकर पहुंचा था, द्वारपूजा की रस्म के बाद वधू पक्ष ने तिलक चढ़ाने की रस्म पूरी की। दुल्हन के चाचा का आरोप है कि द्वारपूजा के समय दूल्हा शराब के नशे में था।

इसके बाद वह कार से गांव के बाहर चला गया। यहां से दुल्हन के मोबाइल पर फोन करके धमकी दिया कि तिलक पर तुम्हारे पिता ने डेढ़ लाख रुपये का दहेज नहीं दिया है।

शादी के बाद सबक सिखाएंगे। दुल्हन ने यह बात पिता से बताई। इसके बाद दुल्‍हन पक्ष ने दूल्हे के पिता से शिकायत का प्रयास किया। इस दौरान वह भी नशे में धुत मिले। उधर, दुल्हन ने शादी करने से इन्कार कर दिया।

काफी देर तक मनाने के बाद भी दुल्‍हन पक्ष के लोग नहीं माने तो दूल्हा थाने पर पहुंच गया। दूल्हे ने थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया कि मंगलसूत्र न लाने के कारण दुल्‍हन ने शादी से मना कर दिया है। 

दोनों पक्षों ने सामान वापस की

शिकायत पर एसआइ जवाहर पाल ने मामले की जांच की। दुल्‍हन पक्ष के बयान लिए गए। दूल्‍हे व दुल्हन पक्ष के लोग थाने में एकत्रित हुए। यहां दोनों पक्षों में समझौता कराया गया और दोनों पक्ष अपने घर को चले गए।

कोतवाल नारद मुनि सिंह का कहना है कि आपसी विवाद के चलते शादी नहीं हो सकी, दोनों पक्षों ने अपना-अपना सामान वापस लेकर सुलह कर लिया है।

बिना ब्याहे लौटी बारात को लेकर दूल्हे के गांव में तरह-तरह के चर्चाओं का बाजार गर्म है। कुछ लोग ऐसे दहेज लो​भियों की शादी में जाने से तौबा कर रहे है।


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