एफडी उपभोक्ता ध्यान दें समय पूरा होने से पहले कराए रिन्यू नहीं तो होगा बड़ा नुकसान

टीम भारत दीप |

एफडी पर बुजुर्गों को 5.5 फीसदी से 6.5 फीसदी तक चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है।
एफडी पर बुजुर्गों को 5.5 फीसदी से 6.5 फीसदी तक चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है।

आरबीआई ने नियमों में बदलाव करते हुए कहा कि बैंक में कराई गई एफडी को तय अवधि के पूरा होने से पहले अनिवार्य रूप से रिन्यू कराना होगा। ऐसा करने पर ही आपको एफडी पर अवधि पूरा होने के बाद इसपर चक्रवृद्धि ब्याज मिलेगा।

नई दिल्ली। अगर आप ने भविष्य के बैंकों में एफडी कराई है तो यह खबर आपके काम की हो सकती है।  रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने एफडी के नियम में बड़ा बदलाव किया है। कोरोना काल में फिक्स डिपॉजिट के नियम में बदलाव के बाद आपको अपनी एफडी की अवधि को पूरा होने से पहले इसे फिर से रिन्यू कराना होगा।

यदि आपकी एफडी की अवधि पूरी हो रही है तो उसे तय समय से पहले ही रिन्यू करानी होगी, अन्यथा तय अवधि पूरी होने के बाद आपको इस राशि पर साधारण ब्याज मिलेगा यानि जो पहले चक्रवृद्धि ब्याज रहा था वाह साधारण ब्याज में तब्दील हो जाएगा। इसलिए आप एफडी का समय पूरा होने से पहले उसे रिन्यू करा ले।

आरबीआई ने नियमों में बदलाव करते हुए कहा कि बैंक में कराई गई एफडी को तय अवधि के पूरा होने से पहले अनिवार्य रूप से रिन्यू कराना होगा। ऐसा करने पर ही आपको एफडी पर अवधि पूरा होने के बाद इसपर चक्रवृद्धि ब्याज मिलेगा।

इससे पहले के नियम के अनुसार एफडी की अवधि पूरी होने के बाद भी इसपर ग्राहकों को चक्रवृद्धि ब्याज मिलता था। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। आरबीआई के इस नए नियम का सबसे अधिक असर बुजुर्ग ग्राहकों पर होगा।

2 जुलाई से बदला नियम

आपकों बता दें कि पहले जब ग्राहक की एफडी की मियाद पूरी हो जाती थी तो बैंक उस राशि को अपने आप पूर्व की अवधि के लिए फिक्स डिपॉजिट कर देता था। लिहाजा ग्राहकों को इसे दोबारा रिन्यू नहीं कराना होता था।

यही वजह है कि ग्राहक इस राशि को लेकर निश्चिंत रहते थे। लेकिन रिजर्व बैंक ने 2 जुलाई से नियमों में बदलाव कर दिया है।रिजर्व बैंक के महाप्रबंधक थॉमस मैथिव ने बताया कि ग्राहक को उसकी एफडी की अवधि पूरी होने पर चक्रवृद्धि ब्याज तभी मिलेगा जब खुद ग्राहक इसे रिन्यू कराता है।

ऐसे में अगर ग्राहक ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें सेविंग अकाउंट में जमा राशि पर जितना ब्याज मिलता है उतना ही ब्याज मिलेगा। कोरोना काल में आरबीआई के इस नए नियम के चलते लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

दरअसल कोरोना महामारी काल में सरकार लोगों से अपील कर रही है कि वह घर में ही रहे, लेकिन जिस तरह से आरबीआई ने यह नया नियम लागू किया है वह सरकार की नसीहत से इतर है।

इस नियम के चलते लोगों को मजबूर होकर घर से निकलना होगा और बैंक जाना होगा। इसका असर सबसे ज्यादा बुजुर्गों पर इसलिए भी होगा क्योंकि नौकरी से सेवानिवृत्त होने के बाद अधिकतर बुजुर्गों ने अपना पैसा बैंक में एफडी किया है।

एफडी पर इतना मिलता है ब्याज

बता दें कि बैंक में एफडी पर बुजुर्गों को 5.5 फीसदी से 6.5 फीसदी तक चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है। वहीं सेविंग अकाउंट की बात करें तो लोगों को 2.5 फीसदी से 3.25 फीसदी तक ही साधारण ब्याज मिलता है। यही वजह है कि लोग आवश्यकता से अधिक राशि को एफडी करते हैं जिससे कि उन्हें इस पर अधिक ब्याज मिले। आरबीआई के इस नियम से उपभोक्ताओं को बैंक के चक्कर लगाने पड़ रहे है। 

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