कृषि कानूनों पर बढ़ी तक़रार,किसानों ने मंच कर डाला तहस—नहस,सीएम खट्टर का कार्यक्रम रद्द

bharatdeep news |

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का किसान महापंचायत कार्यक्रम रद्द
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का किसान महापंचायत कार्यक्रम रद्द

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कार्यक्रम का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया,वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया था। इतना ही नहीं, प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए। वहीं नाराज किसानों ने मुख्यमंत्री जहां लैंड करने वाले थे,उसके हेलीपैड को नुकसान पहुंचाया।वहीं कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर भारी संख्या में किसानों ने मंच को तहस—नहस कर दिया।

करनाल। तीन कृषि कानूनों को लेकर किसानों व सरकार के बीच रार बढ़ती ही जा रही है। इसको को लेकर रविवार को हरियाणा के करनाल में प्रदर्शनकारी किसानों और पुलिस के बीच भिड़ंत के बीच मचे बवाल के कारण मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का किसान महापंचायत कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है।

दरअसल यहां करनाल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कार्यक्रम का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया,वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया था। इतना ही नहीं, प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए।

वहीं नाराज किसानों ने मुख्यमंत्री जहां लैंड करने वाले थे,उसके हेलीपैड को नुकसान पहुंचाया।वहीं कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर भारी संख्या में किसानों ने मंच को तहस—नहस कर दिया। बताते चलें कि करनाल जिले के कैमला गांव में मनोहर लाल खट्टर 'किसान महापंचायत' को संबोधित करने यहां आने वाले थे।

 यहां कृषि कानूनों का फायदा बताने के लिए भाजपा ने यह कार्यक्रम यहां आयोजित करवाया था। वहीं कार्यक्रम के विरोध के लिए किसान गांव की ओर कूच कर रहे थे। तभी पुलिस ने यह कार्रवाई की। मुख्यमंत्री के यहां पहुंचने से पहले ही प्रदर्शनकारी किसानों और पुलिस में जोरदार भिड़ंत हो गई।

मुख्यमंत्री केे कार्यक्रम के तहत यहां कई जिलों की पुलिस मुस्तैद की गई थी। वहीं किसान हजारों की संख्या में जत्थों के रूप में यहां अपना विरोध दर्ज कराने पहुंच रहे थे। इसी बीच कई जगह किसानों व पुलिस में भिड़त की खबरे सामने आ रही हैं।

बताया गया कि सीएम के दौरे के लिए पुलिस ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए थे, जहां वह किसानों से कृषि कानूनों के फायदे के ऊपर बात करने वाले थे। हालांकि, प्रदर्शनकारी किसानों ने पहले ही 'किसान महापंचायत' का विरोध करने की घोषणा की थी।

कैमला गांव की ओर मार्च करने के दौरान किसान भाजपा की अगुवाई वाली सरकार के खिलाफ काले झंडे लेकर नारेबाजी कर रहे थे। किसानों को कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने से रोकने के लिए पुलिस ने गांव के प्रवेश बिंदुओं पर काफी कड़े बंदोबस्त कर रखे थे।

किसानों केे इस तरह के विरोध के बाद मुख्यमंत्री का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया।  


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