किसान आन्दोलनः हरियाणा के 17 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद

टीम भारत दीप |

सिंधू बाॅर्डर पर भी काफी पुलिस बल तैनात है।
सिंधू बाॅर्डर पर भी काफी पुलिस बल तैनात है।

तत्काल प्रभाव से अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, हिसार, जींद, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, रेवाड़ी और सिरसा जिलों में वॉयस कॉल को छोड़कर इंटरनेट सेवाओं को 30 जनवरी, 2021 शाम 5 बजे तक के लिए बंद करने का सरकार ने निर्णय लिया है। तीन जिलों में ये सेवाएं पहले से ही प्रतिबंधित हैं ।

चंडीगढ़। किसान आन्दोलन के बढ़ते शोर के बीच हरियाणा सरकार ने सूबे के 17 जिलों में इंरटनेट और एसएमएस सर्विस को कल शाम पांच बजे तक बंद कर  कर दिया है। सूचना विभाग द्वारा ट्वीट कर बताया गया

कि तत्काल प्रभाव से अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, हिसार, जींद, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, रेवाड़ी और सिरसा जिलों में वॉयस कॉल को छोड़कर इंटरनेट सेवाओं को 30 जनवरी, 2021 शाम 5 बजे तक के लिए बंद करने का सरकार ने निर्णय लिया है।

तीन जिलों में ये सेवाएं पहले से ही प्रतिबंधित हैं । बताते चलें कि 26 जनवरी को दिल्ली में हुए उपद्रव के कारण आन्दोलन कर धार कम हो गई थी। खबर तो यह थी जल्द ही सरकार आन्दोलन को समाप्त करा देगी।

लेकिन कल शाम गाजीपुर बार्डर पर चल रहे आन्दोलन स्थल पर भारी पुलिस बल जामावडे़ के बीच किसान नेता राकेश टिकैट के आंसू के बाद अचानक किसान आन्दोलन जीवंत हो उठा और पश्चिमी यूपी, हरियाणा आदि से किसानों को जत्था यहां पहुंचने लगा। बताया जा रहा है कि देर रात ही किसान की पंचायत लगी और आन्दोलन को जोरदार समर्थन की बात कही गई।

जिसके बाद आन्दोलन ने फिर धार पकड़ ली। बताते चलें कि दिल्ली-हरियाणा का सिंधू बॉर्डर किसान आंदोलन का केंद्र है। यहां दो महीने से अधिक समय से किसान केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। इस बीच बताया जा रहा है कि इस वक्त सिंधू बाॅर्डर पर भी काफी पुलिस बल तैनात है। खबर के मुताबिक यहां काफी हलचल बताई जा रही है।


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