किसान आन्दोलन: बढ़ी महिलाओं की हिस्सेदारी, अब से रोज सम्भालेंगी ये जिम्मेदारी

टीम भारत दीप |

महिला दिवस के दिन सभी किसान महिलाओं के जिम्मे पूरा आंदोलन रहा।
महिला दिवस के दिन सभी किसान महिलाओं के जिम्मे पूरा आंदोलन रहा।

महिलाएं अब हर रोज मंच पर मोर्चा संभालने के साथ ही महिला किसानों का नेतृत्व भी करेंगी। दरअसल महिला दिवस के मौके पर किसान संगठन ने ये तय किया है। बताया गया कि इस दौरान महिलाएं लंगर से लेकर सुरक्षा तक की जिम्मेदारी संभालेगी।

दिल्ली। विश्व महिला दिवस के अवसर पर किसान नेताओं ने बड़ा फैसला लिया है। दरअसल केन्द्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन में अब महिलाओं की भागादारी बढ़ाई जाएगी। महिलाएं अब हर रोज मंच पर मोर्चा संभालने के साथ ही महिला किसानों का नेतृत्व भी करेंगी।

दरअसल महिला दिवस के मौके पर किसान संगठन ने ये तय किया है। बताया गया कि इस दौरान महिलाएं लंगर से लेकर सुरक्षा तक की जिम्मेदारी संभालेगी। वहीं आज विश्व महिला दिवस के मौके पर दिल्ली की सीमाओं पर महिला किसानों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया और सरकार के खिलाफ एकजुट होकर हुंकार भरी।

इस दरम्यान न सिर्फ मंच का संचालन महिला किसानों के हाथ में रहा, बल्कि महिलाओं ने भोजन और सुरक्षा के प्रबंधन से लेकर अपने संघर्ष की कहानियां भी बयां की। जानकारी के मुताबिक महिला किसान नेता प्रतिभा शिंदे ने  कहा कि महिला दिवस के दिन सभी महिलाओं ने मेहंदी लगाकर विरोध जताया। ये कोई साधारण मेहंदी नहीं है यह इंकलाबी मेहंदी है।

महिला दिवस पर होने वाले कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी महिलाएं पंजाब, हरियाणा के तमाम जिलों में से ट्रैक्टर चला कर दिल्ली पहुंची हैं। किसान नेता हन्नान मौला के मुताबिक महिला दिवस के दिन सभी किसान महिलाओं के जिम्मे पूरा आंदोलन रहा। सभी महिलाओं ने सफल मंच का संचालन किया।

वहीं सभी प्रकार जिम्मेदारियों को निभाया। अब आम दिनों में भी महिला किसानों की मंच पर जिम्मेदारी तय की जाएगी। वहीं आगे की कार्यक्रमों में महिलाओं की भूमिका ज्यादा बढ़ाई जा सके ये भी तय किया जाएगा।

बताया गया कि किसान आंदोलन में सरकार को घेरने के लिए आगे की रुपरेखा तय करने के लिए सोमवार शाम को किसान संगठनों की एक बैठक भी होगी।


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