लखनऊ: निषाद पार्टी की दबंगई, लोगों के विरोध के बावजूद आवासीय फ्लैट में खोला कार्यालय

टीम भारत दीप |

लोगों व निषाद पार्टी के समर्थकों के बीच तीखी बहस भी हुई।
लोगों व निषाद पार्टी के समर्थकों के बीच तीखी बहस भी हुई।

राजधानी लखनऊ में आज दबंगई की उन्होंने वह मिसाल पेश की जिसकी लोगों को कतई उम्मीद न थी। दरअसल विभूतिखंड स्थित पार्श्वनाथ प्लेनेट बिल्डिंग के आवासीय फ्लैट में सोसाइटी के लोगों के जोरदार विरोध के बाद भी उन्होंने पार्टी कार्यालय का उद्घाटन कर दिया। बता दें कि आवासीय बिल्डिंग होने के चलते सोसाइटी के लोग यहां राजनीतिक पार्टी का कार्यालय खोलने का विरोध कर रहे हैं।

लखनऊ। नेताओं की नैतिकता अब गुजरे जमाने की बात हो चली है। अब तो सियासी ताकत का नशा ऐसा सिर चढ़कर बोलने लगा है कि इसके आगे न तो जनमानस की तकलीफ नजर आती है और न ही उनकी गुहार। इस परंपरा को निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने सच भी साबित कर दिया है।

राजधानी लखनऊ में आज दबंगई की उन्होंने वह मिसाल पेश की जिसकी लोगों को कतई उम्मीद न थी। दरअसल विभूतिखंड स्थित पार्श्वनाथ प्लेनेट बिल्डिंग के आवासीय फ्लैट में सोसाइटी के लोगों के जोरदार विरोध के बाद भी उन्होंने पार्टी कार्यालय का उद्घाटन कर दिया। बता दें कि आवासीय बिल्डिंग होने के चलते सोसाइटी के लोग यहां राजनीतिक पार्टी का कार्यालय खोलने का विरोध कर रहे हैं।

यहां सोसाइटी के लोगों के विरोध के बावजूद भी निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्य​क्ष अपने समर्थकों के साथ यहां पहुंचे और किसी की बात सुने बिना ही पार्टी कार्यालय का उद्घाटन कर दिया। साथ ही इस दरम्यान उन्होंने व उनके समर्थकों ने सरेआम कोरोना प्रोटोकाल की धज्जियां उड़ाई। उनकी इस हरकत से नाराज सोसाइटी के लोगों ने कार्यालय का बिजली पानी काट दिया है।

इस दौरान सोसाइटी के लोगों व निषाद पार्टी के समर्थकों के बीच तीखी बहस भी हुई। बताया गया कि इस पर सोसाइटी की नाराज महिलाओं ने निषाद समर्थकों को पार्टी कार्यालय से बाहर खदेड़ दिया। बताते चलें कि निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद बीते दिनों अपने दिए गए एक बयान के चलते चर्चा में आ गए थे।

उन्होंने बीजेपी से आगामी विधानसभा चुनाव में खुद को उप मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की मांग की थी। वहीं अब सत्तारूढ़ दल के साथ रहते—रहते उन्हें यह लगने लगा है कि कि सरकार उनकी बदौलत चल रही है। हालांकि उनके इस बयान पर बीजेपी की ओर से कोई प्रतिक्रिया अभी तक नहीं आई। इधर पार्टी कार्यालय खोले जाने को लेकर सोसाइटी के लोगों में काफी आक्रोश भी देखने को मिल रहा है।
 


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