यूपी बोर्ड: नंबर देने के नाम पर 10वीं के छात्रों से अवैध वसूली, इस जिले के डीएम तक पहुंची शिकायत

टीम भारत दीप |
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डीआईओएस ने दोषी पाए जाने पर मान्यता समाप्त करने की चेतावनी दी है।
डीआईओएस ने दोषी पाए जाने पर मान्यता समाप्त करने की चेतावनी दी है।

मैनपुरी जिले के डीएम को ऐसी शिकायतें मिल रही थी कि अर्द्धवार्षिक एवं प्री बोर्ड के मूल्यांकन में अंक देने के नाम पर छात्रों से अवैध वसूली की जा रही है। डीएम ने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश देते हुए सख्त कार्रवाई करने को कहा है।

मैनपुरी। अर्द्धवार्षिक एवं प्री बोर्ड मूल्यांकन में यदि अंक देने के नाम पर किसी भी तरह की छात्रों से वसूली की गई तो खैर नहीं होगी। ऐसा करने पर उक्त शिक्षण संस्थान की मान्यता समाप्त करने के साथ—साथ ऐसा करने वालों को जेल की हवा खाना पड़ सकती है।

इस बाबत मैनपुरी डीएम महेन्द्र बहादुर सिंह ने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित भी किया है। जानकारी के मुताबिक मैनपुरी जिले के डीएम को ऐसी शिकायतें मिल रही थी कि अर्द्धवार्षिक एवं प्री बोर्ड के मूल्यांकन में अंक देने के नाम पर छात्रों से अवैध वसूली की जा रही है। इस बाबत सख्त रूख अपनाते हुए मैनपुरी जिलाअधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश देते हुए सख्त कार्रवाई करने को कहा है।

इसी क्रम में जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार वर्मा ने जनपद मैनपुरी के समस्त राजकीय,अशासकीय सहायता प्राप्त, वित्त विहीन मान्यता प्राप्त उ.मा.वि.एवं माध्यमिक विद्यालयों को सूचित करते हुए कहा है।

अर्द्धवार्षिक एवं प्री बोर्ड मूल्यांकन में यदि अंक देने के नाम पर किसी भी छात्र से अवैध वसूली की गई तो उस विद्यालय की मान्यता रद् करने की कार्रवाई करते हुए उस विद्यालय के प्रबंधक व प्रधानाचार्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी। 

बता दें कि कोरोना संकट के कारण इस बार यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल के छात्रों के छमाही और प्री बोर्ड परीक्षा के अंक विद्यालयों से मांगे हैं। माना जा रहा है सीबीएसई की तर्ज पर यूपी बोर्ड भी आंतरिक अंकों के आधार पर 10वीं के छात्रों का परिणाम जारी कर सकता है। दें


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