एनडीए को पूर्ण बहुमत: नीतीश कुमार 7वीं बार लेंगे सीएम के रूप में शपथ

टीम भारत दीप |

125 सीट के साथ एनडीए नेे बहुमत हासिल कर लिया है।
125 सीट के साथ एनडीए नेे बहुमत हासिल कर लिया है।

सारे ए​क्जिट पोल के उलट बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार को सिंहासन तक जनता ने पहुंचा दिय। बिहार विधानसभा चुनाव के 243 सीटों के रिजल्ट देर रात तक साफ हो गए। सुबह दस बजे के बाद एनडीए ने जो बढ़त बनाई उसे आखिरी समय तक बरकार रखा ।

पटना। सारे ए​क्जिट पोल के उलट बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार को सिंहासन तक जनता ने पहुंचा दिय। बिहार विधानसभा चुनाव के 243 सीटों के रिजल्ट देर रात तक साफ हो गए।

सुबह दस बजे के बाद एनडीए ने जो बढ़त बनाई उसे आखिरी समय तक बरकार रखा । इस तरह एनडीए को 125, महागठबंधन को 110 और एआइएमआइएम, बसपा व दूसरे दलों को 8 सीटें मिली है।

125 सीट के साथ एनडीए नेे बहुमत हासिल कर लिया है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार की जनता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई दी है। बिहार चुनाव में एनडीए के अच्‍छे प्रदर्शन पर दोनों नेताओं ने मंगलवार को बातचीत की।

पूर्व सीएम जीतन राम मांझी चुनाव जीत गए हैं। उन्‍होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी उदय नारायण चौधरी को हराया। इस चुनाव में कई दिग्‍गज चुनाव हार गए हैं। लालू प्रसाद यादव के समधी चंद्रिका राय परसा से चुनाव हार गए हैं।

वे जदयू के टिकट पर चुनाव मैदान में किस्‍मत आजमा रहे थे। इधर नीतीश सरकार के नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा मुजफ्फरपुर से चुनाव हार गए हैं।

चार सीटों पर जीत  हार का अंतर महज दो सौ रहा है। जबकि 24 सीटों पर जीत-हार का अंतर 1000 वोट हैं। 32 सीट पर 2000 वोटों का अंतर है। 48 सीटों पर जीत-हार का फासला सिर्फ 3000 वाेट है।

बिहार में बहुमत मिलने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार के नेताओं को जीत की बधाई देते हुए आभार जताया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, बीजेपी विकास, विश्वास और प्रगति की प्रतीक है।

आज बिहार विधानसभा चुनाव और देश के विभिन्न राज्यों के उपचुनावों में भाजपा को मिले अभूतपूर्व समर्थन के लिए जनता को नमन। जीत के लिए नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा और समस्त भाजपा कार्यकर्ताओं को बधाई।

चुनावों में जनता ने जिस उत्साह से नरेंद्र मोदी और NDA की नीतियों में अपना समर्थन जताया वो सचमुच अद्भुत है। यह परिणाम न सिर्फ कोरोना के विरुद्ध मोदी सरकार की सफल लड़ाई में गरीब, मजदूर, किसान और युवाओं के विश्वास को दिखात है बल्कि देश को गुमराह करने वालों के लिए सबक भी है। अमित शाह ने बिहार में विकास, प्रगति और सुशासन को पुनः चुनने के लिए प्रदेश के सभी भाइयों-बहनों का हृदय की गहराइयों से आभार व्यक्त किया।
 
इस जीत के साथ ही अब स्पष्ट हो गया है नीतीश कुमार ​सातवीं बार 37वें मुख्‍यमंत्री  के रूप में शपथ लेंगें। विकास पुरुष के नाम से प्रसिद्ध नीतीश कुमार सबसे पहले  03 मार्च 2000 को मुख्यमंत्री बने थे लेकिन बहुमत के अभाव में सात दिन में उनकी सरकार गिर गई।

इसके बाद  24 नवंबर 2005 में दूसरी बार बिहार के मुख्यमंत्री बने। फिर 26 नवंबर 2010 में तीसरी बार मुख्यमंत्री बने। 2014 में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया लेकिन 22 फरवरी 2015 को चौथी बार मुख्यमंत्री बने।

20 नवंबर 2015 को पांचवी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, फिर आरजेडी का साथ छोड़ा तो बीजेपी के साथ 27 जुलाई 2017 को छठी बार सीएम बने थे। अब एनडीए के सहयोग से सातवीं बार मुख्यमंत्री बनेंगे। 

 10 मंत्री हारे: इस बार के चुनावी मैदान में  में नीतीश कुमार मंत्रिमंडल के 23 मंत्री मैदान में उतरे। इनमें से 13 मंत्री जीतने में कामयाब रहे, वहीं, 10 मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा। हारने वाले मंत्रियों के लिएकहीं लोजपा तो कहीं पार्टी के बागियों ने मुसीबत पैदा की।


संबंधित खबरें