वर्चुअल संवाद में पीएम मोदी ने की बैंककर्मियों की वाहवाही, उससे भी बढ़कर कही ये बात

टीम भारत दीप |

पीएम ने कहा कि हृदय से कोटि-कोटि धन्यवाद करता हूं।
पीएम ने कहा कि हृदय से कोटि-कोटि धन्यवाद करता हूं।

संकटकाल में भी हम अंत्योदय के लक्ष्य को पाने कोशिश में जुटे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि केंद्र और राज्य सरकार गरीब के जीवन और कारोबार को बेहतर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

 नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सरकारी योजनाओं से लाभांवित देशभर लाभार्थियों से आॅनलाइन संवाद किया। इस दौरान पीएम ने सरकार द्वारा उन्हें उपलब्ध कराई गई राशि से उन्हें हुए लाभ के बारे में जाना और उनकी परेशानियों को भी सुना। 

इस सब के दौरान सबसे बड़ी बात यह रही कि इस सारे कार्याें का श्रेय प्रधानमंत्री ने देशभर के बैंककर्मियों को दिया। उन्होंने कहा कि उनके सेवाभाव के बिना यह संभव ही नहीं था। 

वर्चुअल संवाद के दौरान पीएम ने कहा कि हम गरीबों के नाम पर राजनीति नहीं करते। संकटकाल में भी हम अंत्योदय के लक्ष्य को पाने कोशिश में जुटे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि केंद्र और राज्य सरकार गरीब के जीवन और कारोबार को बेहतर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। 

पीएम मोदी ने बैंककर्मियों की सराहना करते हुए कहा कि आज जो आप लोगों के पास लाभ पहुंचा है, इसका सारा श्रेय हमारे सभी बैंककर्मियों को जाता है। पीएम ने कहा कि इसके लिए मैं उनका हृदय से कोटि-कोटि धन्यवाद करता हूं। 

उन्होंने कहा कि मौजूदा संकटकाल में पूरी शिद्दत से काम में जुटे बैंककर्मियों के सेवाभाव के कारण ही ये मुमकिन हुआ है। इस दौरान लाभार्थियों द्वारा पीएम को दिए जा रहे आशीर्वाद को भी पीएम मोदी ने बैंककर्मियों को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं आपकी सारी दुआएं और आशीर्वाद पहले सभी बैंककर्मियों को मिलें। 


संवाद में आगे प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीबों की खुशी जहां मुझे संतोष देती है, वहीं इससे काम करने की प्रेरणा भी मिलती है। आपका आत्मविश्वास, कारोबार और परिवार को लेकर चिंता, प्रबंधन, नियोजन और तकनीक के प्रति प्रेम काबिले तारीफ है। ऐसे ही प्रयासों से आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार होता है। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास रहा है कि योजनाओं का लाभ पाने में गरीबों को कोई दिक्कत न हो। पारदर्शिता और तेजी के लिए तकनीक का प्रयोग हो। इसमें जनधन खातों की बड़ी भूमिका रही। इन खातों के खुलने पर कुछ लोगों को बड़ी पीड़ा हुई थी। 

पीएम मोदी ने आश्वस्त करते हुए कहा कि अगर इसी तरह सतर्कता बरतते रहे तो कोरोना शीघ्र ही हारेगा, पर पर्व-त्यौहारों के इस मौसम में कतई लापरवाही न करें। ‘दो गज दूरी और मास्क जरूरी’ के मूल मंत्र को खुद याद रखें और लोगों को भी याद दिलाते रहें। 

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्म निर्भर निधि’ (पीएम स्वनिधि योजना) के चार लाभार्थियों से वर्चुअल संवाद किया। लाभार्थियों में लखनऊ के विजय बहादुर व शशि के अलावा वाराणसी में अरविंद, आगरा की प्रीती शामिल थीं। 

इन दुकानदारों का लॉकडाउन में रोजगार चैपट हो गया था। इस योजना के तहत मिले लोन से इन्हें अपनी आजीविका को नए सिरे से शुरू करने का अवसर मिला। 

ये बोले लाभार्थी
लखनऊ में लइया-चना की दुकान लगाने वाले विजय बहादुर से पीएम ने पूछा कि क्या नई पीढ़ी भेलपूरी पसंद करती है। जवाब में विजय ने कहा कि लखनऊ में इसकी खूब डिमांड है। युवा-बुजुर्ग सभी इसे पसंद करते हैं। हर दिन 250 रुपये की कमाई हो जाती है। 

पीएम स्वनिधि योजना के क्रियान्वयन में यूपी को देश में नंबर एक पर लाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी पूरी टीम की तारीफ की। उन्होंने कहा कि पटरी कारोबारियों को ऋण देने के लिए देश में हुए 25 लाख पंजीकरण में से करीब 7 लाख पंजीकरण सिर्फ यूपी से हुए हैं। 

ऋण लेने में लगने वाले स्टांप ड्यूटी को भी उप्र सरकार ने माफ कर दिया है। कोराना संकट के दौरान हर जरूरतमंद को भरण-पोषण भत्ता, राहत, हर पात्र को अग्रिम पेंशन देकर उप्र सरकार ने सराहनीय काम किया है। 

कार्यक्रम में मोदी ने कम समय में इतने अधिक लाभार्थियों के घर जाकर कर्ज देने के लिए बैंकर्स की भी तारीफ की।


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