प्रियंका का बयान- सत्ता में आते ही लाएंगे ऐसी नीति जिसमें होगा सबका सम्मान

टीम भारत दीप |
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12460 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग पर बातचीत कर रही थीं।
12460 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग पर बातचीत कर रही थीं।

वो इस काले कानून के खिलाफ सड़कों में भी आवाज उठाएंगी। वह 2016 के 12460 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग पर बातचीत कर रही थीं।

लखनऊ। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने गुरुवार को संविदा के मुद्दे पर भी युवाओं की राय ली और आश्वस्त किया हम सरकार में आते ही ऐसी नीति लाएंगे जिसमें संविदा नहीं बल्कि सम्मान होगा। प्रियंका ने कहा कि वो इस काले कानून के खिलाफ सड़कों में भी आवाज उठाएंगी। वह 2016 के 12460 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग पर बातचीत कर रही थीं। 

ये बातचीत प्रियंका गांधी ने हाल ही में शुरू किए गए युवाओं के साथ रोजगार पर संवाद का हिस्सा था। प्रियंका ने कहा कि मेरा मानना है कि युवाओं की बात सुननी पड़ेगी और उनके मुद्दों के लिए हमें सड़क से लेकर सदन तक इन मुद्दों पर लड़ना होगा। कांग्रेस पार्टी इसमें पीछे नहीं हटने वाली है। गौरतलब है कि 2016 में 12460 शिक्षक भर्ती में शून्य जनपद के अभ्यर्थी अबतक नियुक्ति से वंचित हैं।

इस शिक्षक भर्ती विज्ञापन में 51 जिलों में पद थे लेकिन 24 जिलों में पद शून्य थे। विगत 3 साल से शून्य जनपद वाले अभ्यर्थी कोर्ट- कचहरी के चक्कर काट रहे हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी ने अभ्यर्थियों की व्यथा सुनी। 

महिला अभ्यर्थी ने महासचिव से बातचीत में बताया कि जब 2016 में उन्होंने परीक्षा दी थी। चयन के बाद बहुत खुश थीं, लेकिन आज तक नियुक्ति नहीं हुई। उनके पास दो छोटे छोटे जुड़वे बच्चे हैं, उनकी चिंता रहती है। वे नौकरी न मिलने पर लगभग दो साल तक अवसाद में थीं। 

एक अन्य अभ्यर्थी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि बड़ी ही मेहनत से उसने पढ़ाई की है। सोचा था कि परिवार वालों की मदद कर पाऊंगा लेकिन तीन साल से धक्के खा रहा हूं। बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने का काम शुरू किया था अब कोरोना काल में वह भी बंद है। घर का एक सदस्य प्राइवेट नौकरी करता है लेकिन अब उनकी भी नौकरी छूट चुकी है।


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