‘कोवैक्सीन’ टीकाकरण पर RML अस्पताल के डाक्टरों का विरोध, ‘कोविशील्ड’ का टीका लगाने की मांग

टीम भारत दीप |
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दिल्ली में 75 केन्द्रों पर ‘कोविशील्ड’  छह स्थानों पर कोवैक्सीन के टीके लगाए जा रहे हैं।
दिल्ली में 75 केन्द्रों पर ‘कोविशील्ड’ छह स्थानों पर कोवैक्सीन के टीके लगाए जा रहे हैं।

दरअसल दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक को पत्र लिखकर ‘कोवैक्सीन’ के बजाय ‘कोविशील्ड’ का टीका लगाने की मांग की है।

नई दिल्ली। एक ओर जहां देशभर में षनिवार को  कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान की शुरूआत हुई है तो वहीं दूसरी ओर विरोध भी मुखर हुआ है। दरअसल दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक को पत्र लिखकर ‘कोवैक्सीन’ के बजाय ‘कोविशील्ड’ का टीका लगाने की मांग की है।

पत्र में कहा गया है कि हम आरडीए आरएमएल अस्पताल के वर्तमान सदस्य हैं। हमें पता चला है कि आज अस्पताल द्वारा कोविड-19 टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। हमारे अस्पताल में सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा निर्मित कोविषील्ड के बजाय भारत बायोटेक द्वारा निर्मित कोवैक्सीन का टीका लगाया जा रहा है।

हम आपके ध्यान में लाना चाहते हैं कि रेजिडेंट डॉक्टर्स कोवैक्सीन के मामले में पूर्ण परीक्षण की कमी के बारे में थोड़ा आशंकित हैं और भारी संख्या में टीकाकरण में भाग नहीं ले सकते हैं। इस प्रकार टीकाकरण का उद्देश्य कामयाब नहीं हो पाएगा।

हम आपसे कोविषील्ड वैक्सीन के साथ टीकाकरण करने का अनुरोध करते हैं, जिसने टीकाकरण से पहले ट्रायल के सभी चरणों को पूरा किया है। बता दें कि दिल्ली में आज 81 स्थानों कोविड-19 वैक्सीनेशन का काम जारी है। दिल्ली में 75 केन्द्रों पर ‘कोविशील्ड’  छह स्थानों पर कोवैक्सीन के टीके लगाए जा रहे हैं।

इन स्थानों को सरकारी तथा निजी अस्पतालों में विभाजित किया गया है। इनमें केन्द्र सरकार के छह अस्पताल एम्स, सफदरजंग, आरएमएल, कलावती सरन बाल अस्पताल तथा दो ईएसआई अस्पताल शामिल हैं।

इसके अतिरिक्त शेष 75 केन्द्रों में सभी 11 जिलों में स्थित दिल्ली सरकार द्वारा संचालित अस्पताल भी शामिल हैं जैसे एलएनजेपी अस्पताल, जीटीबी अस्पताल, राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, डीडीयू अस्पताल, बीएसए अस्पताल, दिल्ली राजकीय कैंसर संस्थान, आईएलबीएस अस्पताल इत्यादि। इनमें मैक्स, फोर्टिस, अपोलो, और सर गंगाराम अस्पताल भी शामिल किए गए हैं।

हालांकि अभी यह पता नहीं चल सका है किया कि वे छह स्थान कौन से हैं, जहां भारत बायोटेक द्वारा विकसित किया गया टीका कोवैक्सीन लगाया जा रहा है।


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