प्रदेश की नदियों में जलदाह रोकने प्रशासन सतर्क, जल पुलिस को निगरानी की जिम्मेदारी

टीम भारत दीप |

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना से प्रदेश में हो रही मौतों पर गहरी संवेदना जताई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना से प्रदेश में हो रही मौतों पर गहरी संवेदना जताई है।

वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने जल पुलिस से रिवर पेट्रोलिंग शुरु करा दी है। इसका मकसद न सिर्फ शवों को नदी में प्रवाहित करने से रोकना है बल्कि घाटों पर लगने वाली भीड़ को भी नियंत्रित करना है। गाजीपुर और वाराणसी के अलावा कानपुर और उन्नाव जिले में भी सतर्कता बढ़ाई गई है।

लखनऊ। कोरोना संक्रमितों के बढ़े मौत के आंकड़े के कारण अंतिम संस्कार करना बहुत महंगा हो गया है। इसके अलावा किसी की मौत के बाद पड़ोसी भी नहीं साथ दे रहे है। ऐसे में लोग शवों को नदियों में प्रवाहित कर रहे है। जो पर्यावरण के लिए खतरनाक है।

इसे रोकने के लिए प्रदेश सरकार ने लोगों से अपील की है कि वह शवों को नदियों में प्रवाहित न करें, इसके भयंकर दुष्परिणाम हो सकते है। वहीं इसकी निगरानी के प्रदेश सरकार ने नदियों में जलपुलिस को तैनात करने का निर्णया लिया है, ताकि लोग नदियों में शवों का जलदाह नहीं कर सकें। 

अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि कुछ स्थानों पर आज भी जलों में शवों को प्रवाहित करने का चलन है। ऐसे में कोरोना के संक्रमण को देखते हुए शवों को प्रवाहित करने पर रोक लगा दी गई है। उन्होंने बताया कि ससम्मान अंतिम संस्कार के लिए सरकार की ओर से व्यवस्था की गई है। 

जहां तक गाजीपुर में गंगा नदी में शवों के मिलने की बात है, तो स्थानीय प्रशासन से पंचायत नामा कराकर अंतिम संस्कार कराने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही नदियों के किनारे बसे जिलों के पुलिस कप्तानों को निर्देश दिया गया है कि वे पूरी सतर्कता बरतें और किसी भी हाल में शवों को नदी में प्रवाहित न होने दें। 

बिहार से लाशों को लाकर यूपी में नदियों में प्रवाहित करने के सवाल पर प्रशांत कुमार ने कहा कि हम किसी पर आरोप प्रत्यारोप नहीं करना चाहते। शव अगर यूपी के किसी जिले में नदी में मिले हैं तो वहां के पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह पंचायतनामा भरवाकर कार्रवाई कराएं।

वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने जल पुलिस से रिवर पेट्रोलिंग शुरु करा दी है। इसका मकसद न सिर्फ शवों को नदी में प्रवाहित करने से रोकना है बल्कि घाटों पर लगने वाली भीड़ को भी नियंत्रित करना है। गाजीपुर और वाराणसी के अलावा कानपुर और उन्नाव जिले में भी सतर्कता बढ़ाई गई है।

मुख्यमंत्री जताई गहरी संवेदना

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना से प्रदेश में हो रही मौतों पर गहरी संवेदना जताई है। उन्होंने कहा कि कोविड के कारण होने वाली हर मृत्यु दुखद है। सरकार इसके नियंत्रण के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री ने नदियों में पाए जा रहे शवों पर कहा कि अंतिम संस्कार की क्रिया मृतक की धार्मिक मान्यताओं के अनुरूप सम्मानित तरह से की जानी चाहिए। शवों का इस तरह नदियों में प्रवाहित करना पर्यावरण के अनुकूल नहीं है।

उन्होंने अफसरों को निर्देश दिया कि इस संबंध में धर्मगुरुओं से संवाद किया जाए, लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए आर्थिक सहायता की जा रही है। ये बातें उन्होंने बुधवार को टीम-9 की बैठक में प्रदेश में कोविड की स्थिति की समीक्षा के दौरान कही।

सभी को हो टीकाकरण

मुख्यमंत्री योगी ने अफसरों को निर्देश दिया कि प्रदेश का एक भी नागरिक कोविड टीका-कवर से वंचित न हो, इसके लिए विशेष प्रबंध किया जाना आवश्यक है।

निरक्षर, दिव्यांग, निराश्रित अथवा अन्य जरूरतमंद लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित कराने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर पर टीकाकरण पंजीयन की सुविधा प्रदान करना सुविधाजनक होगा। इस संबंध में आवश्यक व्यवस्था की जाए। पंजीयन के लिए सीएससी पर अनावश्यक भीड़ इकट्ठी न हो, कोविड प्रोटोकॉल का पालन हो, यह सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने बैठक में अफसरों से चर्चा की और उन्हें निर्देश दिए


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