पायलट के हाथों से लिया जा रहा था 'कंट्रोल' इस वजह से दूसरे रनवे पर हो गए 'लैंड'

टीम भारत दीप |
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सचिन पायलट
सचिन पायलट

सरकार में दो डिप्टी सीएम की अटकलें थीं। बाकी बात राजद्रोह के नोटिस ने भी बिगाड़ दी। जबकि सचिन पायलट के पत्नी के ट्वीट तो इस ओर इशारा कर रह ​थे कि बात अब काफी आगे बढ़ चुकी है।

जयपुर। राजस्थान में मध्यप्रदेश की कहानी दोहरा न दी जाए कांग्रेस खेमे की इसको लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। दूसरी ओर सचिन पायलट की नाराज़गी और उनके बगावती सुर किस वजह से फूेट इस बात का भी खुलासा लगभग हो ही चुका है। राजस्थान के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से सचिन को हटाकर सीएम अशोक गहलोत अपना करीबी नेता देखना चाहते थे, जबकि सरकार में दो डिप्टी सीएम की अटकलें थीं। बाकी बात राजद्रोह के नोटिस ने भी बिगाड़ दी। जबकि सचिन पायलट के पत्नी के ट्वीट तो इस ओर इशारा कर रह ​थे कि बात अब काफी आगे बढ़ चुकी है। 

शनिवार शाम को राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट 10-12 विधायकों के साथ दिल्ली रवाना हो गए। इसके बाद से सियासी वायरस के शुरुआती लक्षण दिखने शुरू हो गए रविवार को सुबह करीब 9 बजे पायलट कांग्रेस के दिग्गज नेताओं से फोन पर की। पायलट उनसे कहते हैं कि एसओजी ने विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में मुझे 120बी के तहत बयान लेने का नोटिस भेजा है। 120बी राजद्रोह में लगती है। जबकि, इस मामले में न तो मैं आरोपी हूं, न संदिग्ध। सिर्फ दो लोगों की मोबाइल पर हुई बातचीत के आधार पर मुझे ये नोटिस भेज दिया गया। इस मामले में बयान लेना तो एक बहाना है। मुझे गिरफ्तार करने की भी साज़िश हो सकती है। यहीं से पायलट के सुर बगावती हो गए और सियासी गलियारों में सचिन पायलट को प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाने व दो डिप्टी सीएम बनाने की अटकलें लगाई जाने लगीं। वहीं पत्नी सारा सचिन पायलट ने भी दो ट्वीट कर संकेत दे दिए कि सचिन पायलट अब क्या करने वाले हैं। 
 

सिब्बल ने ट्वीट कर जताई चिंता
इसी बीच दोपहर 12:27 बजे कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल एक ट्वीट कहा कि 'अपनी पार्टी के लिए चिंतित हूं। क्या घोड़ों के अस्तबल से जाने के बाद ही हम जागेंगे'? कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल का भी बयान सामने आता है- ‘बात बहुत आगे पहुंच चुकी है। अशोक गहलोत ने कांग्रेस आलाकमान को जानकारी दी है कि सचिन पायलट बीजेपी के संपर्क में हैं और सरकार गिराने की कोशिश कर रहे हैं।’ इन दो बयानों के बाद राजस्थान सरकार डांवाडोल होने की अटकलें और तेज हो जाती हैं। उधर, पायलट कांग्रेस नेताओं का फोन उठाना बंद कर देते हैं।
 

अलग पार्टी बनाने की चर्चा तेज़
दोपहर करीब 1:30 बजे होती है भाजपा की एंट्री। ज्योतिरादित्य सिंधिया सबसे पहले अपने पुराने साथी सचिन पायलट से मिलते हैं। सूत्र बताते हैं कि इसके बाद भाजपा प्रवक्ता जफर इस्लाम पायलट से संपर्क साधते हैं। सियासी गुणाभाग का आकलन होता है। इस चर्चा के बाद जफर इस्लाम लगातार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को अपडेट देते रहते हैं और नड्‌डा पल-पल की जानकारी अमित शाह तक पहुंचाते हैं। गौर करने वाली बात है कि जफर इस्लाम ने ही ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा में शामिल करने में अहम भूमिका निभाई थी। सूत्रों का कहना है कि पायलट अलग पार्टी बनाने पर भी बात करते हैं। शाम करीब 5:27 बजे ज्योतिरादित्य सिंधिया ट्वीट करते हैं- मेरे पुराने साथी सचिन पायलट की स्थिति देखकर दुखी हूं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें दरकिनार किया। यह दिखाता है कि कांग्रेस में टैलेंट और क्षमता की क़द्र नहीं है। 

क्या होगा अभी देखना बाकी है
शाम करीब 6:30 बजे कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और राजस्थान कांग्रेस चुनाव प्रभारी अविनाश पांडे पायलट से बातचीत करते हैं। इस दौरान एक फाॅर्मूले पर चर्चा होती है। यही फाॅर्मूला लेकर सुरजेवाला, अविनाश पांडे व अजय माकन जयपुर रवाना होते हैं। देर रात करीब 9 बजे लगभग 72 घंटे से चुप्पी साधे सचिन पायलट का सबसे चौंकाने वाला बयान आता है- 30 विधायक मेरे साथ हैं और गहलोत सरकार अल्पमत में है। हालांकि, कई सवाल अब भी अनसुलझे हैं। क्या पायलट भाजपा में जाएंगे? क्या वे सीएम बनने की शर्त पर कांग्रेस में वापस आ सकते हैं? क्या वे अलग पार्टी बना सकते हैं? आगे क्या होगा अभी देखना बाकी है।


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