युद्ध का खतरा: पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ जंग का ऐलान किया, विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में हुए धमाके

टीम भारत दीप |

सीमाओं पर रूसी सैनिकों के जमा होने की वजह से गंभीर तनाव पैदा हो गया है।
सीमाओं पर रूसी सैनिकों के जमा होने की वजह से गंभीर तनाव पैदा हो गया है।

युद्ध के खतरे के बीच फ्रांस ने बुधवार को अपने नागरिकों से बिना देरी किए यूक्रेन छोड़ने को कहा है। वही भारत ने भी अपने नागरिकों को निकालने शुरू कर दिए है। फ्रांस के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि यूक्रेन की सीमाओं पर रूसी सैनिकों के जमा होने की वजह से गंभीर तनाव पैदा हो गया है।

नईदिल्ली। विश्व के कई देशों की तमाम कोशिशों के बाद भी यूक्रेन संकट टलता नहीं दिखाई दे रहा है। इस बीच रूस के राष्ट्रपति ने यूक्रेन के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है। रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने दूसरे देशों को चेतावनी देते हुए कहा है कि यूक्रेन का साथ दिया तो नतीजे भुगतने होंगे। इस बयान के तुरंत बाद ही यूक्रेन में विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाके में बड़े धमाकों की खबर आ रही हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्रमातोस्क में 2 धमाके सुने गए हैं।

यूएन की शांति की अपील बेअसर

मालूम हो कि बुधवार को यूएन की तरफ से शांति की अपील की गई थी,लेकिन वह बेअसर दिखाई दे रही है। युद्ध के खतरे के बीच फ्रांस ने बुधवार को अपने नागरिकों से बिना देरी किए यूक्रेन छोड़ने को कहा है। वही भारत ने भी अपने नागरिकों को निकालने शुरू कर दिए है।

फ्रांस के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि यूक्रेन की सीमाओं पर रूसी सैनिकों के जमा होने की वजह से गंभीर तनाव पैदा हो गया है। इसके साथ ही दो अलगाववादी क्षेत्रों को रूस ने मान्यता दी है और यूक्रेन ने इमरजेंसी लागू कर दी है। इसलिए यूक्रेन में मौजूद फ्रांसीसी नागरिकों को बिना देरी के देश छोड़ देना चाहिए।

भारत के प्रयास जारी

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की। इस मुलाकात में रूस-यूक्रेन संकट, इंडो-पैसिफिक में आपसी सहयोग, भारत और फ्रांस के बीच डिप्लोमैटिक, आर्थिक और रक्षा संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई।

भारत ने पूर्वी यूरोप में तनाव कम करने के लिए मैक्रों की कोशिशों की सराहना की। इससे एक दिन पहले जयशंकर ने फ्रेंच इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशंस में बोलते हुए फ्रांस की तारीफ करते हुए उसे वर्ल्ड सुपर पावर बताया था।

रूस के खिलाफ रणनीति तय करने के लिए यूरोपीय यूनियन की आज बैठक होगी। वैसे खास बात यह है कि यही मीटिंग बेलारूस में होगी, जो पहले ही रूस के साथ है और रूसी फौज बेलारूस की धरती पर मौजूद है। वहीं, आज यूक्रेन मसले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में एक बार फिर बैठक होगी। इस मसले पर एक हफ्ते में UNSC की यह दूसरी मीटिंग है।

युद्ध को टालने की अपील

बॉर्डर पर लगातार बढ़ते तनाव के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की टीवी पर लाइव आकर युद्ध को टालने की भावुक अपील की। उन्होंने रूसी लोगों को रूस-यूक्रेन के साझा इतिहास और संस्कृति की भी याद दिलाई। जेलेंस्की ने बताया कि उन्होंने व्लादिमीर पुतिन को फोन भी किया था, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा उनका देश शांति चाहता है।

रूस के साथ संभावित युद्ध के खतरे को देखते हुए यूक्रेन की संसद ने आम लोगों के हथियार रखने का कानून पास कर दिया है। वहीं, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज आज G7 नेताओं की एक वर्चुअल मीटिंग करेंगे।

यूक्रेन में नेशनल इमरजेंसी की घोषणा

रूसी हमले के मद्देनजर यूक्रेन की संसद ने नेशनल इमरजेंसी की घोषणा कर दी है। इमरजेंसी के ऐलान के साथ ही यूक्रेन ने अपने 30 लाख लोगों को तुरंत रूस छोड़ने के लिए कहा है। रूस ने बुधवार को यूक्रेनी बैंकों और रक्षा, विदेश, आंतरिक सुरक्षा जैसी अहम वेबसाइट पर साइबर अटैक किया। डिप्टी पीएम फेदोरोव ने कहा रूस को मुंहतोड़ जवाब देंगे।

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