संघर्ष विराम के 25 दिन बाद ही इजरायल ने गाजा पर किया हवाई हमला, जानिए वजह

टीम भारत दीप |

इजरायल ने गाजा के खान यूनिस शहर में मिसाइलें दागी थीं।
इजरायल ने गाजा के खान यूनिस शहर में मिसाइलें दागी थीं।

अगर यह खून खराबे का सिलसिला आगे बढ़ता है तो इजरायल की नई बेनेट सरकार के लिए यह पहली परीक्षा होगी। बता दें कि इससे पहले पूर्वी यरूशलम में मंगलवार को इजरायली धुर दक्षिणपंथियों ने मार्च निकाला था, जिसे गाजा उकसावे वाली कार्रवाई मान रहा है।

नई दिल्ली। एक बार फिर इजरायल और हमास के बीच बमबारी शुरू हो गई। मालूम हो ​कि  11​ दिन खून खराबे के ​बाद संघर्ष विराम घोषि किया गया था, लेकिन फिर दोनों देश आमने -सामने होकर एक-दूसरे पर बम वर्षा कर रहे है।

इजरायल ने एक बार फिर गाजा पट्टी पर हवाई हमले किए हैं। दरअसल, गाजा ने दक्षिणी इजरायल में विस्फोटक से भरे  गुब्बारे छोड़े, जिसके बाद संघर्ष विराम तोड़ते हुए इजराइट ने भी हवाई हमले किए। 

अगर यह खून खराबे का सिलसिला आगे बढ़ता है तो इजरायल की नई बेनेट सरकार के लिए यह पहली परीक्षा होगी। बता दें कि इससे पहले पूर्वी यरूशलम में मंगलवार को इजरायली धुर दक्षिणपंथियों ने मार्च निकाला था, जिसे गाजा उकसावे वाली कार्रवाई मान रहा है।

जहां एक बार विश्व की कई ताकतों ने मिलकर दोनोंं देशों में शांति बहाल कराई थीं, वहीं फिर से संघर्ष शुरू होने से विश्व समुदाय के लिए एक बड़ी चुनौती होगी, क्योंकि दोनों देशों का साथ देने के लिए विश्व समुदाय दोनों देशों के साथ खड़ा हो जाएगा और युद्ध लंबा चलेगा।

खान यूनिस शहर में मिसाइलें दागी

इस संबंध में इजरायली सेना का कहना है कि उसने हमास के इलाकों में हवाई हमले किए और अब वह इसके बाद हर स्थिति का सामना करने को तैयार हैं। इजरायल ने गाजा के खान यूनिस शहर में मिसाइलें दागी थीं। 

इससे पहले इजरालयी सेना के प्रवक्ता ने कहा था कि विस्फोटक से भरे गुब्बारे गाजा पट्टी की तरफ से इजरायल को निशाना बनाकर छोड़े गए थे। 21 मई को ही इजरायल और गाजा के बीच सीजफायर का ऐलान हुआ था।

इससे पहले दोनों के बीच 11 दिनों तक रॉकेट, मिसाइलों से हमले होते रहे थे। गाजा ने बताया था कि इन हमलों में 253 फिलिस्तीनी मारे गए, जिनमें से 66 बच्चे थे। वहीं, हमलों में 13 इजरायलियों की भी जान गई, जिनमें एक 5 साल का बच्चा और एक सैनिक शामिल थे।  

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