रायबरेली में युवक की लाठी-डंडों से पीट-पीट कर हत्या, खूनी संघर्ष में 11 लोग बुरी तरह लहुलुहान, मौके पर पुलिस फोर्स तैनात

टीम भारत दीप |

मामले को लेकर घटना स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
मामले को लेकर घटना स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

सलोन कोतवाली क्षेत्र के ठकुराइनखेड़ा का पुरवा मजरे जौदहा गांव में रास्ता विवाद में दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। जिसके बाद एक पक्ष के लोगों ने मामा के घर आए किशोर की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। खूनी संघर्ष में दोनों पक्ष से 11 लोग घायल हुए।

रायबरेली। कभी-कभी मामूली सी बात भी कितना विकराल रूप ले लेती है। इसे उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले की इस ताजा घटना से बखूबी समझा जा सकता है। इस घटना में जहां एक युवक की लाठी-डंडो से बुरी तरह से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई तो वहीं उपजे खूनी संघर्ष में 11 लोग बुरी तरह लहुलुहान भी हो गये।

मामले को लेकर घटना स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। दरअसल यहां सलोन कोतवाली क्षेत्र के ठकुराइनखेड़ा का पुरवा मजरे जौदहा गांव में रास्ता विवाद में दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। जिसके बाद एक पक्ष के लोगों ने मामा के घर आए किशोर की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। खूनी संघर्ष में दोनों पक्ष से 11 लोग घायल हुए। वहीं किशोर की मौत से लोगों का गुस्सा भी फूट पड़ा हैं।

मामले को लेकर सभी ने करहिया चौकी  में हंगामा करना शुरू कर दिया। चैकी प्रभारी को हटाने की मांग करने लगे। जानकारी होने पर सीओ रामकिशोर सिंह और कोतवाल पंकज त्रिपाठी घटना स्थल पर पहुंचे और हंगामा कर रहे लोगों को मामले में सख्त कार्रवाई किए जाने का आश्वासन देकर शांत कराया। बताया जा रहा है कि सलोन कोतवाली क्षेत्र के पूरे बोधन मजरे इच्छन गोड़ा निवासी पंकज कुमार (17) मंगलवार को अपने मामा जियालाल के ठकुराइन का पुरवा मजरे जौदहा गांव आया था। पड़ोसी कुल्ले बुधवार को रास्ते में अपनी दीवार खड़ी करने लगा।

दूसरे पक्ष के जियालाल के बेटे विजय कुमार ने रास्ते में दीवार खड़ा करने का विरोध किया। इसी बीच पहले से हमलावर कुल्ले के सहयोगी रामराज अपने अन्य साथियों के साथ लाठी-डंडों व फावड़ा से हमला बोल दिया। दोनों पक्षों के बीच खूनी संघर्ष शुरू हो  गया। गंभीर रूप से घायल पंकज को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।

इस खूनी संघर्ष में मृतक पक्ष और विपक्षी पक्ष से मिलाकर 11 लोग घायल हुए। मामले में कोतवाल पंकज त्रिपाठी ने दोनों पक्षों पर शांति भंग में चालान करने का निर्देश दिया। किशोर की मौत की सूचना से परिजन और लोग आक्रोशित हो गए। सभी ने करहिया चौकी  पहुंचकर हंगामा करना शुरू कर दिया।

आरोप था कि करहिया चैकी इंचार्ज सुरेश सिंह ने पैसे लेकर एकतरफा कार्रवाई की है। वहीं विवाद बढ़ने पर कई थानों की फोर्स मौके पर बुला ली गई। क्षेत्राधिकारी रामकिशोर सिंह ने मौके पर पहुंचकर लोगों को कार्रवाई का भरोसा देकर शांत कराया। वहीं मामले पर सीओ का कहना है कि घटना की जांच कराई जा रही है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी। 


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