OLX पर पीएम के संसदीय कार्यालय को बेचने का विज्ञापन, इतनी लगी कीमत

टीम भारत दीप |
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सोशल मी​डिया पर चर्चा होने लगी कोई इसे कोरोना साइड इफेक्ट बता रहा है।
सोशल मी​डिया पर चर्चा होने लगी कोई इसे कोरोना साइड इफेक्ट बता रहा है।

ओएलएक्‍स पर विज्ञापन संख्‍या ID 1612346492 में जानकारी दी गई। विज्ञापन में हाउस का प्रकार हाउसेज एंड विला, चार बेडरूम बाथरूम के साथ, फुल फर्निश्‍ड रेडी टू मूव, लिस्‍टेड बाई डीलर, बिल्‍ड अप एरिया 6500 वर्ग फुट, दो मंजिल भवन में दो कार पार्किंग के साथ ही नार्थ ईस्‍ट फेसिंग की जानकारी विज्ञापन के साथ दी गई है।

वाराणसी।वाराणसी का केवल नाम ही काफी है।लेकिन इस बार किसी और कारण से सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है।

दरअसल किसी अराजक तत्व ने पीएम नरेंद्र मोदी का वाराणसी के गुरुधाम कालोनी स्थित संसदीय कार्यालय को ओएलएक्‍स पर बिक्री के लिए डाला है। ओएलएक्‍‍‍स पर पीएम के संसदीय कार्यालय को बेचने का विज्ञापन आने के बाद से ही चर्चा शुरू हो गई ।

आखिरकार पीएम का संसदीय कार्यालय बिक क्‍यों रहा है। आरोपित ने ओएलएक्स पर इस कार्यालय को बेचने के  कीमत करीब साढ़े सात करोड़ रखी है। आनलाइन प्लेटफार्म ओएलएक्स के मुताबिक लक्ष्मीकांत ओझा नामक व्यक्ति ने इस विज्ञापन को पोस्ट किया है, लेकिन यह सही है या गलत इसकी जांच की जा रही है।

विज्ञापन में यह दी गई जानकारी

ओएलएक्‍स पर विज्ञापन संख्‍या  ID 1612346492 में जानकारी दी गई। विज्ञापन में हाउस का प्रकार हाउसेज एंड विला, चार बेडरूम बाथरूम के साथ, फुल फर्निश्‍ड रेडी टू मूव, लिस्‍टेड बाई डीलर, बिल्‍ड अप एरिया 6500 वर्ग फुट, दो मंजिल भवन में दो कार पार्किंग के साथ ही नार्थ ईस्‍ट फेसिंग की जानकारी विज्ञापन के साथ दी गई है। वहीं प्रोजेक्‍ट का नाम पीएमओ कार्यालय वाराणसी दिया गया है।


विज्ञापन को ओएलएक्‍स से हटाया

एसएसपी वाराणसी अमित कुमार का कहना है कि ओएलएक्‍स पर दिए गए विज्ञापन को तत्‍काल हटवा दिया गया है और इस मामले की जांच कराई जा रही है।वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय जनसंपर्क कार्यालय का पता इस साल मध्‍य फरवरी को बदल गया।

पहले रवींद्रपुरी में पीएम का संसदीय कार्यालय था जो 18 फरवरी 2020 से गुरुधाम कालोनी में हो गया है। दरअसल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में अपने सांसद के संपर्क के लिए एक कार्यालय की आवश्‍यता हुई तो इसे रवींद्रपुरी में खोला गया था।

 रवींद्रपुरी स्थित पुराने कार्यालय का एग्रीमेंट पांच साल की अवधि तक का ही था, अवधि समाप्त होने के कारण स्थान बदलना पड़ा। वर्षों तक यहीं पर पीएम के संपर्क के लिए लोग आवेदन लेकर आते रहे।

साथ ही जनसुनवाई के लिए भी मंत्रियों का यहां आना जाना लगा रहता था।​ जैसे ही यह विज्ञापन ओएलएक्स पर आया वैसे ही सोशल मी​डिया पर चर्चा होने लगी कोई इसे कोरोना साइड इफेक्ट बता रहा है तो कोई कुछ और फिलहाल पुलिस आरोपित युवक को खोज रही है। 

 


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