कोरोना से पिता की मौत के बाद बेटा नहीं आया सामने तो बेटियों ने कराया अंतिम संस्कार

टीम भारत दीप |

भाई-भाभी को कोरोना से डरते देख बहनों ने हिम्मत जुटाकर आगे आई ।
भाई-भाभी को कोरोना से डरते देख बहनों ने हिम्मत जुटाकर आगे आई ।

यहां गल्ला मण्डी निवासी 58 वर्षीय गोरेलाल साहू कोरोना संक्रमण से शुक्रवार को निधन हो गया। उन्हें एक पुत्र जगदीश साहू और चार पुत्रियां हैं। गोरे लाल साहू की पुत्रवधु के मना करने के कारण पुत्र ने पिता की अर्थी को न ही कंधा दिया और न ही अंतिम संस्कार किया।

झांसी। उत्तर प्रदेश के झांसी जिले से बेटियों के साहस का समाचार सामने आया है। यहां के  रहने वाले एक व्यक्ति की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई। मौत के बाद जब बहू के कहने से कंधा देने से बेटा पीछे हट गया तो बेटियां सामने आई और पिता का अंतिम संस्कार विधि -विधान से कराया। यह मामला झांसी के थाना कोतवाली क्षेत्र का है।

यहां गल्ला मण्डी निवासी 58 वर्षीय गोरेलाल साहू कोरोना संक्रमण से शुक्रवार को निधन हो गया।  उन्हें एक पुत्र जगदीश साहू और चार पुत्रियां हैं। गोरे लाल साहू की पुत्रवधु के मना करने के कारण पुत्र ने पिता की अर्थी को न ही कंधा दिया और न ही अंतिम संस्कार किया। वहीं चारों पुत्रियों ने बढ़ चढ़कर पिता को अंतिम यात्रा के लिए कन्धा भी दिया और पिता का अंतिम संस्कार भी किया।

बेटियों के साहस के चर्चे सोशल मीडिया पर जमकर हो रही है। लोग बेटियों की तारिफ करते हुए नहीं थक रहे। मालूम हो कि जब शुक्रवार को इलाज के दौरान गोरेलाल साहू का निधन हो गया। तो दोपहर बाद उनका शव जब घर पहुंचा तो बहू ने पति को धमकाकर पिता के पास जाने से रोक दिया।

इस कारण अंतिम संस्कार होने में विलंब होने लगा। भाई-भाभी को कोरोना से डरते देख बहनों ने हिम्मत जुटाकर आगे आई औ​र पिता के अंतिम संस्कार की सारी गतिविधियों में हिस्सा लिया यहां तक कि बेटियों ने कंधा देकर पतिा को मुखाग्नि भी दी। 

अस्पताल से गायब हो गया कोरोना संक्रमित का शव

झांसी जिले से ही एक और हैरान करने वाला सामने आया। यहां  एक कोरोना संक्रमित महिला की इलाज के दौरान जब मौत हो गई तो परिजन बिना बताए महिला का शव लेकर चले गए। जब वार्ड में शव नहीं मिला तो अस्पताल स्टॉफ में अफरा-तफरी मच गई।  यह मामला जिला चिकित्सालय के एल-2 हॉस्पिटल में देखने को मिला।

यहां इलाज के दौरान शुक्रवार को  जब एक कोरोना संक्रमित महिला की मौत हो गई तो परिजन बिना किसी सूचना के शव लेकर घर चले गए।  इसकी सूचना जैसे ही चिकित्सा अधिकारियों को मिली तो वे मौके पर पहुँचे और स्थिति की जानकारी जुटाने लगे। कोविड वॉर्ड में उपचार करा रहे अन्य मरी़जों के परिजनों ने उन्हें बताया कि शव को लेकर उनके परिजन चले गए। आनन.फानन में चिकित्साधिकारियों ने मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने सूचना के आधार पर परिजनों की खोज शुरू की

कोरोना का उपचार करा रही बबीना की लगभग 29 वर्षीय महिला की मौत हो गई। अस्पताल में पर्याप्त सुरक्षा कर्मी व मेडिकल स्टाफ की तैनाती नहीं होने के कारण परिजनों ने इसका फायदा उठाते हुए शव को ही गायब कर दिया। ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी जब वॉर्ड में पहुंचे तो बेड खाली देख हैरान रह गए।

कर्मचारियों ने दौड़ कर शव व उनके परिजनों को खोजने का प्रयास किया लेकिन सफलता हाथ न लगी। वॉर्ड के बाहर बैठे अन्य मरी़जों के तीमारदारों ने बताया कि परिजन शव को लेकर चले गए। वॉर्ड में तैनात स्टाफ नर्स का कहना था कि मरी़ज की मौत होने के बाद जब इसकी सूचना देने वह नोडल प्रभारी के पास गई तो परिजन शव लेकर चले गए।

चिकित्साधिकारियों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी है। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी का कहना है कि मृतका के परिजनों ने कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन किया है। मामले से प्रशासन को अवगत करा दिया गया है।


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