हे राम! संक्रमितों की मौत के बाद चुराते थे गहने और मोबाइल,तीन पकड़े गए

टीम भारत दीप |

पिछले दिनों कफन चोर का खुलासा हुआ था, अब झांसी में मोबाइल चोर पकड़े गए।
पिछले दिनों कफन चोर का खुलासा हुआ था, अब झांसी में मोबाइल चोर पकड़े गए।

अधिकांश परिजनों को शव पैक करके दिया जाता है, इसलिए परिजन समान वापस नहीं मांगते, ऐसे में हम मरीजों के पास जो भी समान रहता है उसे पार कर लेते है, बाद में उसे बाजार में औने—पौने दामों पर बेच देते थे। पुलिस अब इनसे अब तक चुराए गए मोबाइल और गहने के बारे में पूछताछ कर रही है।

झांसी। उत्तर प्रदेश में इस समय कोरोना संक्रमण से मौतों का आंकड़ा रोज नया रिकॉर्ड बना रहा है। जहां एक तरफ हो रही असमय मौतों से परिजन बेहाल है, वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग इन मौतों को भी रोजगार का साधन बना लिए है।

पिछले दिनों कफन चोर का खुलासा हुआ था, जो मुर्दो को ओढ़ाए गए कफन को चुराकर फिर से बाजार में बेचते काम करते थे। अब यूपी के झांसी में ही संक्रमण से मरने वालों के किमती सामान चुराने वालों का पर्दाफाश हुआ है।

सोमवार को पुलिस ने ऐसे ही एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस ​गिरोह के 3 लोगों के पास से 5 मोबाइल फोन बरामद किए यह फोन उन्होंने संक्रमित की मौत के बाद चोरी किए थे।पुलिस के हत्थे चढ़े तीनो लोग मेडिकल कॉलेज के ही कर्मचारी है। 

मालूम हो कि इस समय कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोग लाखों रुपये पानी की तरह बहा रहे है, इसके बाद भी बहुत से लोगों की जान नहीं बच पा रही है। लेकिन मौत के बाद भी उन पर रहम नहीं किया जा रहा है। कोरोना संक्रमितों की मौत के बाद परिजनों को केवल शव थमा दिया जाता है, जबकि मरीज के साथ का सामान गायब मिलता है।

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इसी तरह के एक मामले में अंकित यादव नाम के युवक ने नवाबा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। युवक ने बताया था कि उसकी मां तुलसा यादव का इलाज झांसी मेडिकल कॉलेज कोविड अस्पताल में चल रहा था। इलाज के दौरान मां की मृत्यु हो गई। मृत्यु के बाद मां के पास मौजूद मोबाइल फोन अस्पताल में चोरी कर लिया गया।

पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी।सोमवार को पुलिस ने ऐसे ही एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। जिसमें 3 लोगों के पास से 5 मोबाइल फोन बरामद किए यह फोन उन्होंने संक्रमित की मौत के बाद चोरी किए थे। पुलिस के हत्थे चढ़े तीनो लोग मेडिकल कॉलेज में ही कार्यरत हैं।

पूछताछ में गिरोह के सदस्यों ने बताया कि संक्रमितों की मौत के बाद मरीजों की समान चोरी कर लेते थे। अधिकांश परिजनों को शव पैक करके दिया जाता है, इसलिए परिजन समान वापस नहीं मांगते, ऐसे में हम  मरीजों के पास जो भी समान रहता है उसे पार कर लेते है, बाद में उसे बाजार में औने-पौने दामों पर बेच देते थे। पुलिस अब इनसे अब तक चुराए गए मोबाइल और गहने के बारे में पूछताछ कर रही है। 


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