इस साल का सबसे बड़ा ऑपरेशन: सेना ने एक साथ मार गिराए चार आतंकी

टीम भारत दीप |

अभी तक अंजाम दिए गए इन ऑपरेशनों के दौरान किसी भी सिविलियन की जान नहीं गई।
अभी तक अंजाम दिए गए इन ऑपरेशनों के दौरान किसी भी सिविलियन की जान नहीं गई।

आईजी ने बताया कि आतंकियों के परिवार वालों को बुलाया गया। एक आतंकी की बीवी अपने चार साल के बच्चे के साथ पहुंची थी। उनकी अपील का भी आतंकियों पर असर नहीं हुआ। जैसे ही सुरक्षाबलों ने घर को घेरे में लिया तो मकान में छुपे आतंकियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी।

श्रीनगर। भारतीय सेना लगातार आतंकियों के खिलाफ अभियान चला रही है। इसी कड़ी में सोमवार शाम से शुरू हुए एंकाउंटर में मगंलवार सुबत तक चार आतंकियों को मार गिराया।

मारे गए दहशत गर्दआतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए बताए जा रहे। यह इस साल का सबसे बड़ा ऑपरेशन है इसमें एक साथ चार दहशतगर्दों को सेना ने मार गिराया। मुठभेड़ में सेना का एक जवान भी घायल हुआ है। आईजी कश्मीर विजय कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि यह बड़ी कामयाबी है।

इस वर्ष घाटी में विभिन्न मुठभेड़ों में दो टॉप कमांडरों समेत 19 आतंकियों को मार गिराने में सफलता हाथ लगी है। मारे गए आतंकियों से एक एके 47 व तीन पिस्टल बरामद किए गए हैं। 

सेना को मिली थी आतंकियों के छिपे होने की सूचना

मालूम हो कि रविवार देर रात करीब 2 बजे सुरक्षाबलों  को जिले के इमाम साहिब इलाके के मनिहाल गांव में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी।

इसके आधार पर सेना की 34 राष्ट्रीय राइफल्स, सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस ने साझा तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान एक मकान में छिपे आतंकियों को घेर लिया गया। रात का समय होने के बावजूद सुरक्षाबलों ने बार-बार सरेंडर करने की आतंकियों से अपील की लेकिन वह नहीं माने। 

बीबी की भी बात नहीं माना आतंकी

आईजी ने बताया कि आतंकियों के परिवार वालों को बुलाया गया। एक आतंकी की बीवी अपने चार साल के बच्चे के साथ पहुंची थी। उनकी अपील का भी आतंकियों पर असर नहीं हुआ। जैसे ही सुरक्षाबलों ने घर को घेरे में लिया तो मकान में छुपे आतंकियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी।

इसका जवानों ने जवाब दिया तो मुठभेड़ शुरू हो गई। शुरुआती फायरिंग में सेना का एक जवान घायल हो गया, जिसे मौके से निकालकर तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया।

ऑपरेशन में चार आतंकियों को मार गिराने में सफलता मिली। उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षाबलों द्वारा सख्ती से जमीनी स्तर पर एसओपी का पालन किया जा रहा है और आतंकियों को सरेंडर करने का मौका दिया जाता है।

अभी तक कुल 9 मुठभेड़ें हुई हैं

सुरक्षाबलों द्वारा पेशेवर तरीके से आतंक विरोधी ऑपरेशन अंजाम दिए जा रहे हैं। अभी तक अंजाम दिए गए इन ऑपरेशनों के दौरान किसी भी सिविलियन की जान नहीं गई। हमारे चार जवान शहीद हो गए जिनमें एक सेना और एक पुलिस का जवान बड़गाम में और दो पुलिस के जवान श्रीनगर हमले में मारे गए।

आईजीपी ने बताया कि इस वर्ष अभी तक कुल 9 मुठभेड़ें हुई हैं जिनमें से एक उत्तरी कश्मीर और शेष दक्षिणी कश्मीर में हुई हैं। अब तक हुई इन मुठभेड़ों में कुल 19 आतंकियों को मार गिराया गया जिनमें से 9 को शोपियां में ही मार गिराया गया है।

इन आतंकियों में से दो टॉप कमांडर उत्तरी कश्मीर का गनी ख्वाजा अल.बद्र प्रमुख और दक्षिण कश्मीर का सज्जाद अफगानी ;जैश सरगना, शामिल हैं। अभी तक 18 स्थानीय युवा आतंकवाद में शामिल हुए हैं जिनमें से 5 को मार गिराया गया है।

तीन को गिरफ्तार किया गया जबकि बाकी के अभी भी सक्रिय हैं। जो सक्रिय हैं उनके अभिभावकों और करीबी रिश्तेदारों से संपर्क कर उनके बच्चों को मुख्यधारा में शामिल कराने की कोशिश जारी है।  


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