कश्मीर में सेना पर उंगली उठाने वाले इस छात्रा की बात सुनकर दंग रह जाएंगे

टीम भारत दीप |
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स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा
स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा

सेना ने वहां के बच्चों के लिए उम्मीद की किरण जगाई। अब ऐसा है कि जम्मू एवं कश्मीर के छात्र-छात्रा सेना का शुक्रिया अदा करते नहीं थक रहे हैं।

जम्मू एवं कश्मीर। कोरोना महामारी के कारण लाॅकडाउन होने से सबसे ज्यादा बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। ऐसे में कश्मीर का क्या, जहां कफ्र्यू के कारण ही साल में आधे से ज्यादा दिन स्कूल बंद रहते हैं। लाॅकडाउन ने तो जम्मू एवं कश्मीर के लिए दोहरा संकट खड़ा कर दिया। ऐसे में सेना ने वहां के बच्चों के लिए उम्मीद की किरण जगाई। अब ऐसा है कि जम्मू एवं कश्मीर के छात्र-छात्रा सेना का शुक्रिया अदा करते नहीं थक रहे हैं। 

न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर के अनुसार सेना ने जम्मू एवं कश्मीर के रामबन जिले में ओपन स्कूल खोला है। इस स्कूल में विशेष रूप से वहां के बकरवाल समुदाय के बच्चे पढ़ रहे हैं। सेना की ओर से बच्चों के लिए यह स्कूल मुफ्त है। 

बकरवाल समुदाय जम्मू एवं कश्मीर में भेड़-बकरी पालन कर अपना गुजारा करता है। लाॅकडाउन के कारण इस समुदाय के बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही थी। ऐसे में सेना की पहल से बच्चों के लिए खुशी का मौका आया है। 

बता दें कि सेना पिछले एक महीने से यह मुफ्त ओपन सामुदायिक स्कूल चला रही है। सेना की इस पहल के बारे में एक छात्रा ने कहा कि हम आर्मी वालों का शुक्रिया अदा करते हैं कि उन्होंने हमारे लिए स्कूल खोला। 

अलगाववाद के समर्थक हमेशा से जम्मू-कश्मीर में सेना की तैनाती का विरोध करते रहे हैं लेकिन जाहिर है कि सेना ही वहां के लोगों को सुकून का जीवन जीने का अवसर प्रदान करा रही है। केंद्रशासित प्रदेश बनने के बाद यहां उग्रवादी गतिविधियों में कमी आई है। ऐसे में सेना ने सामुदायिक दायित्व के कई प्रकल्प शुरू किए हैं। 


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