अक्सर तस्वीरें बहुत कुछ कहती हैं, आप इन्हें देखकर क्या समझे!

संपादक |

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को श्रद्धांजलि देते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को श्रद्धांजलि देते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

यूं तो पूर्व राष्ट्रपति का निधन राष्ट्रीय शोक का विषय है। ऐसे में वर्तमान सरकार का यह दायित्व है कि वह अंतिम समय में उन्हें पूरे सम्मान से श्रद्धांजलि अर्पित करे।

अटल बिहारी वाजपेयी ने संसद में कहा था कि भारतीय जनता पार्टी 24 घंटे चलने वाली पार्टी है। दिन हो या रात पार्टी अपने ध्येय से कभी विमुख नहीं होती। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन के बाद आईं तस्वीरें भी बहुत कुछ ऐसा ही बयां कर रही हैं। 

प्रणब मुखर्जी पश्चिम बंगाल की राजनीति का प्रमुख चेहरा रहे हैं। वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी भी अपने मिशन बंगाल पर है। लोकसभा चुनाव के परिणामों से पार्टी को जो संबल मिला है, उसे वह यूं ही खपाना नहीं चाहती है। किसी प्रदेश में पार्टी को पैर जमाने के लिए एक चेहरे की आवश्यकता होती है। 

प्रणब मुखर्जी वो चेहरा हैं। इसीलिए बीते सालों में बीजेपी का प्रणब प्रेम किसी से छिपा नहीं है। नागपुर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यक्रम में शामिल होने से लेकर भारत रत्न तक भाजपा ने प्रणब दा को अपने पाले में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनके निधन पर भी जो तस्वीरें आईं वे इस बारे में काफी कुछ कह रही हैं। 

यूं तो पूर्व राष्ट्रपति का निधन राष्ट्रीय शोक का विषय है। ऐसे में वर्तमान सरकार का यह दायित्व है कि वह अंतिम समय में उन्हें पूरे सम्मान से श्रद्धांजलि अर्पित करे। इसके बावजूद जो तस्वीरें आईं उनसे जाहिर है कि बीजेपी कहीं न कहीं अपने मिशन बंगाल के लिए भी प्रणब दा को अपने पाले में कर लेना चाहती है। 

परिवारमुग्ध कांग्रेस जो जमीन बंगाल में छोड़ रही है, निश्चित ही बीजेपी की तैयारी वहां अपना आलीशान महल खड़ा करने की होगी। इसीलिए निधन पर प्रणब दा कांग्रेस के कम भाजपा के अधिक दिखाई दे रहे हैं। 

नागपुर से जारी आरएसएस की चिट्ठी भी इस बारे में बहुत कुछ कहती है- 

 


जबकि प्रणब दा उस पार्टी का हिस्सा थे, जिसने आरएसएस को हमेशा आतंकी संगठन कहा है। ऐसे में आरएसएस का प्रणब दा के लिए स्थान कोई सामान्य घटना नहीं हो सकती है। यूं तो भारतीय जनसंघ के संस्थापक डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी भी बंगाल का ही चेहरा थे लेकिन प्रणब दा वो हैं जिन्हें आज का वोटर जानता है। 

 

सरदार पटेल के बाद प्रणब मुखर्जी ही ऐसे कांग्रेसी नेता दिखाई दे रहे हैं जिनमें भाजपा अपना खेवनहार तलाश रही है। इसीलिए एम्स से छुट्टी के बाद आए गृहमंत्री अमित शाह ने भी प्रणब मुखर्जी के निधन पर अपना वीडियो संदेश जारी किया।  


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