संभावित नतीजे से प्रदेश की राजनीति में भूचाल, दल बदलने का फार्मूला हुआ फेल

टीम भारत दीप |

भगवा दल को 8 फीसदी मुस्लिम और 19 फीसदी यादवों ने वोट किया है।
भगवा दल को 8 फीसदी मुस्लिम और 19 फीसदी यादवों ने वोट किया है।

यूपी की राजनीति में जाति सबसे बड़ी सच्चाई है और सरकार उसी की बनती है जो सबसे अच्छी सोशल इंजीनियरिंग करता है। टुडेज चाणक्या ने जातिगत सर्वे भी किया है और इसके नतीजे बताते हैं कि सपा अब भी एमआई समीकरण को ही साधने में कामयाब रही और दूसरी जातियां अखिलेश के 'नई सपा' वादे पर भरोसा नहीं कर पाए।

लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव के नतीजे अभी नहीं आए है, संभावित नतीजों से ही प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मचा हुआ है। चुनाव से ठीक पहले पाला बदलने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह आखिरी तक जारी रहा,लेकिन उसका कोई परिणाम निकलता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है। 

दरअसल सोमवार शाम को आए लगभग सभी एग्जिट पोल का अनुमान है कि एक बार फिर योगी आदित्यनाथ की अगुआई में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनने जा रही है। वहीं, सपा 2017 के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन के बावजूद बहुमत से दूर दिखाई दे रही है।

कई बार एग्जिट पोल में सटीक भविष्यवाणी कर चुके टुडेज चाणक्या के सर्वे बीजेपी को 275 से 313 सीटें मिलने का दावा किया गया है तो सपा को 86-124 वोट मिलने मिलने की संभावना जताई गई है। बसपा को 0-4 सीटों और कांग्रेस को 0-2 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है।

यूपी की राजनीति में जाति सबसे बड़ी सच्चाई है और सरकार उसी की बनती है जो सबसे अच्छी सोशल इंजीनियरिंग करता है। टुडेज चाणक्या ने जातिगत सर्वे भी किया है।

नतीजे बताते हैं कि सपा अब भी एमआई समीकरण को ही साधने में कामयाब रही और दूसरी जातियां अखिलेश के 'नई सपा' वादे पर भरोसा नहीं कर पाए। वहीं, योगी सरकार से इस्तीफा देकर अखिलेश के संग जुड़े स्वामी प्रसाद मौर्या सहित एक दर्जन से अधिक ओबीसी नेता सपा को अन्य पिछड़ा वर्ग का वोट नहीं दिला पाए।

बीजेपी को किस जाति का कितना वोट

टुडेज चाणक्य का ओपिनियन पोल कहता है कि यूपी में 65 फीसदी ब्राह्मण भाजपा के साथ रहे तो 71 फीसदी राजपूतों ने भी योगी का साथ दिया। कभी मायावती के कोर वोटर माने जाने वाले जाटव भी बड़ी संख्या में बीजेपी की ओर गए।

बीजेपी को 34 फीसदी जाटव वोट मिलने की संभावना है। 45 फीसदी एससी और 64 फीसदी ओबीसी वोट बीजेपी को मिले हैं। वहीं, सपा के कोर वोटर कहे जाने वाले मुस्लिम और यादव वोटर्स में भी भाजपा ने सेंध लगाई है। भगवा दल को 8 फीसदी मुस्लिम और 19 फीसदी यादवों ने वोट किया है।

सपा के साथ एम-वाई

टुडेज चाणक्य का एग्जिट पोल कहता है कि सपा गठबंधन को 16 फीसदी ब्राह्मण वोट मिल सकते हैं। सपा ने ब्राह्मणों को बीजेपी से नाराज बताते हुए उन्हें अपने पाले में लाने की बहुत कोशिश की थी, लेकिन अपेक्षित कामयाबी मिलती नहीं दिख रही है।

11 फीसदी राजपूतों ने सपा को वोट किया है तो 10 फीसदी जाटव वोटर्स साइकिल की सवारी करते दिख रहे हैं। 76 फीसदी मुसलमानों ने अखिलेश का साथ दिया तो 73 फीसदी यादव भी सपा के पक्ष में रहे। वहीं, स्वामी प्रसाद मौर्य के दावों के उलट महज 23 फीसदी ओबीसी वोट सपा को मिले हैं। 

बसपा के साथ कौन सी जातियां

टुडेज चाणक्य का एग्जिट के अनुसार बसपा को 9 फीसदी ब्राह्मण वोट मिल सकते हैं वहीं 4 फीसदी राजपूतों ने मायावती के लिए वोट किया है। वहीं 47 फीसदी जाटव अभी भी हाथ के साथी बने हुए हैं। वहीं, 28 पीसदी एससी वोटर्स भी बसपा के साथ रह सकते हैं। हालांकि, केवल 7 फीसदी मुस्लिम वोट बसपा के खाते में जाते दिख रहे हैं। 4 फीसदी यादव और 6 फीसदी ओबीसी वोटर्स मायावती के पक्ष में दिखे हैं।

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