पूर्व मंत्री गायत्री के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी, दस्तावेजों को खंगालने में जुटे अफसर

टीम भारत दीप |

जहां बेनामी संपत्तियों के दस्तावेजों और परिवार वालों से पूछताछ चल रही है।
जहां बेनामी संपत्तियों के दस्तावेजों और परिवार वालों से पूछताछ चल रही है।

मालूम हो कि वर्ष 2012-17 के दौरान मंत्री रहते हुए प्रजापति ने आय से छह गुना अधिक संपत्तियां बनाई थी। वैध स्रोतों से उनकी आय 50 लाख के करीबी थी, जबकि उनके पास तीन करोड़ से अधिक की संपत्तियां मिलीं थीं। पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति वर्तमान में दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद हैं।

लखनऊ। अखिलेश सरकार में खनन मंत्री रहे गायत्री प्रजापति की मुश्किलें अभी भी कम होती नहीं दिखाई दे रही है।  बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय ने गायत्री प्रजापति के अमेठी और राजधानी लखनऊ स्थित घर पर एक साथ छापेमारी की।

ईडी की तीसरी टीम राजधानी में विभूति खंड स्थित गायत्री के बेटे के ओमेक्स के ऑफिस पर दस्तावेजों को खंगाल रही है। इसके अलावा गायत्री के ड्राइवर रामराज के घर भी टीम पहुंची है, टीम इलाहाबाद से आई है।

मालूम हो कि वर्ष 2012-17 के दौरान मंत्री रहते हुए प्रजापति ने आय से छह गुना अधिक संपत्तियां बनाई थी। वैध स्रोतों से उनकी आय 50 लाख  के करीबी थी, जबकि उनके पास तीन करोड़ से अधिक की संपत्तियां मिलीं थीं। पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति वर्तमान में दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद हैं।

अगस्त 2019 में दर्ज हुआ था केस

खनन घोटाले में ईडी  ने अगस्त 2019 में सीबीआई की एफआईआर को आधार बनाकर पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद, बी.चंद्रकला समेत पांच आईएएस अधिकारियों के विरुद्ध प्रिवेंशन आफ मनी लॉड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की थी।

इसके बाद जांच में 22 ऐसी बेनामी संपत्तियों की भी जानकारी मिली, जो मंत्री रहते हुए प्रजापति ने अपने करीबियों के नाम पर खरीदी थी। ये संपत्तियां करीबी रिश्तेदारों, निजी सहायकों और ड्राइवरों के नाम पर हैं।

बुधवार सुबह प्रयागराज के ईडी के अधिकारी अमेठी कोतवाली क्षेत्र के आवास विकास कालोनी स्थित गायत्री प्रसाद के घर पर पहुंचे। जहां बेनामी संपत्तियों के दस्तावेजों और परिवार वालों से पूछताछ चल रही है। इसके अलावा टीम ने गायत्री के ड्राइवर रामराज के आवास पर भी छापेमारी की है।


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