CM योगी ने कहा—टूरिज्म और इको टूरिज्म के जरिए रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर उपबल्ध कराए जाएंगे

टीम भारत दीप |

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के अभियान को आगे बढ़ाने की दृष्टि से काम किया जा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के अभियान को आगे बढ़ाने की दृष्टि से काम किया जा रहा है.

इस दौरान कहा कि टूरिज्म का मतलब सिर्फ टूरिस्ट स्पॉट या मनोरंजन नहीं है। इको टूरिज्म न केवल हमें प्रकृति के नजदीक ले जाता है, बल्कि रोजगार की अनंत संभावनाओं के द्वार भी खोलता है।

गोरखपुर। विश्व पयर्टन दिवस पर गोरखपुर वन प्रभाग द्वारा इको टूरिज़्म पर बनई दो शार्ट फिल्मों का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने लोकार्पण किया। उन्होंने इस दौरान कहा कि टूरिज्म का मतलब सिर्फ टूरिस्ट स्पॉट या मनोरंजन नहीं है। इको टूरिज्म न केवल हमें प्रकृति के नजदीक ले जाता है, बल्कि रोजगार की अनंत संभावनाओं के द्वार भी खोलता है। इसलिए इस बार के विश्व पयर्टन दिवस की थीम टूरिज्म एवं रुरल डेवलपमेंट है।

गोरखपुर समेत समूचे प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्र में पयर्टन की अनंत संभावनाओं को विकसित करने, इसके माध्यम से लोगों को रोजगार दिलाने एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के अभियान को आगे बढ़ाने की दृष्टि से काम किया जा रहा है। टूरिज्म एवं इको टूरिज्म के जरिए रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर उपबल्ध कराए जाएंगे।
 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर में गोरखपुर वन प्रभाग द्वारा निर्मित कराए गए इको टूरिज्म पर दो शार्ट फिल्मों के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे. इन शार्ट फिल्मों को हेरिटेज फांउडेशन ने बनाया है। उन्होंने फिल्में देखी और उसकी सराहना की।

कहा कि उत्तर प्रदेश देश का आबादी के हिसाब से न केवल सबसे बड़ा प्रदेश तो है ही, यह यहां पयर्टन की दृष्टि से भी अनंत संभावनाएं हैं। हमारे पास न केवल धार्मिक पयर्टन बल्कि इको टूरिज्म के लिए भी अपार संभावनाएं है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त किया कि आज गोरखपुर वन विभाग द्वारा इको टूरिज्म को लेकर दो शार्ट डक्यूमेंट्री जारी की गई है। इस दौरान स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा डीएफओ अविनाश कुमार, फिल्मों के निर्देशक हेरिटेज फिल्म डिविजन के नरेंद्र कुमार मिश्र भी उपस्थित रहे। 

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ऐसे बहुत सारे स्पाट है जिन्हें इको टूरिज्म की दृष्टि से विकसित किया रहा। गोरखपुर के अलावा 428 वर्ग किलोमीटर के विस्तृत भूक्षेत्र में फैला हुआ गण्डक नदी का पश्चिमी क्षेत्र जनपद महराजगंज सोहगीबरवा वन प्रभाग के रूप में इको टूरिजन्म का बहुत बड़ा सेंटर है।

लखीमपुर खीरी में चूका और चंदौली के चंद्रप्रभा वन प्रभाग का भी क्षेत्र इको टूरिज्म की दृष्टि से बहुत समृद्धशाली है। ऐसी बहुत सारी संभावनाएं पूरे प्रदेश के अंदर हैं। उन्होंने कहा कि गोरखपुर वन विभाग द्वारा प्रस्तुत डक्यूमेंट्री ऐसे अभियानों को आगे बढ़ाती है। विश्वास जताया कि इको टूरिज्म के क्षेत्र में पयर्टकों को अधिकाधिक संख्या में आकर्षित करने में सफल होंगे। वन विभाग, पयर्टन विभाग और अन्य विभाग मिल कर समेकित दृष्टि से इसे आगे बढ़ाएं। इसे अच्छे परिणाम सामने आएंगे।


संबंधित खबरें