पांच दिन बाद चोर का पसीजा कलेजा,नवजात को थाने में छोड़ गया, बच्चे के परिजन हुए खुश

टीम भारत दीप |

चोरी गया बच्चा सुबह 6 बजे थाना परिसर में मिला।
चोरी गया बच्चा सुबह 6 बजे थाना परिसर में मिला।

मध्य प्रदेश के इंदौर के नामी अस्पताल से पांच दिन पहले चोरी हुआ बच्चा, बड़े रोचक अंदाज में मिल गया। पांच दिन से बच्चे का परिवार रो रहा था, शायद यह करूण रूदन चोर के कलेजे को दहला दिया होगा तभी उसने शुक्रवार सुबह चुपचाप पुलिस थाने में लाकर बच्चे को छोड़ गया।

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर के नामी अस्पताल से पांच दिन  पहले चोरी हुआ बच्चा, बड़े रोचक अंदाज में मिल गया। पांच दिन से बच्चे का परिवार रो रहा था, शायद यह करूण रूदन चोर के कलेजे को दहला दिया होगा तभी उसने शुक्रवार सुबह चुपचाप पुलिस थाने में लाकर बच्चे को छोड़ गया।

मालूम हो कि इंदौर के महाराजा यशवंतराव अस्पताल से रविवार को चोरी हुआ था। नवजात 5 दिन बाद शुक्रवार सुबह मिल गया। बच्चे को संयोगितागंज पुलिस थाना परिसर में आरोपी छोड़ गए।

निगम के सफाई कर्मी सुबह पहुंचे और परिसर की सफाई करने लगे तो एक महिलाकर्मी ने बच्चे को देखा। बच्चे को देख महिलाकर्मी ने अन्य साथियों को बुलाया, इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।

पुलिस ने बच्चे को अस्पताल पहुंचा दिया है। जानकारी के अनुसार बच्चा स्वस्थ्य है। परिजन मयूर ने बताया कि पुलिस ने बच्चा मिलने की सूचना दी है। हमने अभी बच्चे को नहीं देखा है। देखने के बाद ही संतुष्टि होगी।

रविवार को शाम करीब 6 बजे कोई बच्चे को चुरा ले गया था।इंदौर डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र ने बताया कि पुलिस ने सफेद रंग की 450 गाड़ियां चिन्हित की थी। इन गाड़ियों के मालिकों को एक-एक कर बुलाया जा रहा था।

पुलिस की सख्ती की वजह से किसी आरोपी ने डर से नवजात को थाने के पास लाकर छोड़ दिया है। थाने के जवानों के अनुसार मुंशी जब पौने 6 बजे के करीब थाने पहुंचे थे। तो वहां कोई बच्चा नहीं था। संभवत: ताक पर बैठे आरोपियों ने मौका पाकर उसे थाने के पास में छोड़ दिया।

सुबह करीब 6 बजे सफाईकर्मी जब पहुंचे तो वहां पर बच्चा रखा हुआ था। पुलिस मामले में सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि आरोपियों की पहचान हो सके।रानी पति लोकेश भियाने निवासी पंचम की फेल मालवा मिल को परिजन 15 नवंबर की रात 2 बजे प्रसव पीड़ा होने पर  अस्पताल लेकर आए थे।

सुबह 5 बजकर 5 मिनट पर रानी ने बच्चे को जन्म दिया। उसी दिन शाम 6 बजे के आसपास वार्ड नंबर 3 में एक युवती सफेद रंग के कपड़े पहने हुए नर्स के रूप में वार्ड में आई और यहां कुछ महिलाओं के पास पहुंची।

सबसे पहले पूछा लड़का है या लड़की है। कुछ चेकअप किया, कुछ महिलाओं को दवाई भी दी और फिर हमारे पास पहुंची। पूछा बच्चा लड़का हुआ या लड़की। यह पूछने पर हमने कहा कि लड़का हुआ है, तो उसने चेकअप किया और कहा कि बच्चे की धड़कन कम है।

इसकी जांच करवाना पड़ेगी। मेरे साथ नीचे चलो।पीड़ित के अनुसार हमने उसे मना कर दिया, तो वह चली गई। थोड़ी देर बाद वापस आई और कहा कि मेरे साथ चलो, आप अभी तक क्यों नहीं गए, तो रानी की मां बच्चे को लेकर उनके पीछे चली गई।

नीचे जाकर उसने बच्चे को गोद में ले लिया और कहा कि आप पर्ची बनवा लाओ। जैसे ही, नानी सामने पर्ची बनवाने गई, वह युवती पीछे पलटी। इधर-उधर देखा और बच्चे को लेकर पीछे वाले गेट से निकल गई।

नानी पर्ची बनवाकर जब लौटी, तो युवती नहीं दिखी। खोजने के बाद परिवार वालों और एमवाय अस्पताल प्रशासन को सूचित किया।जब से बच्चा चोरी हुआ था बच्चे के परिवार के साथ ही पुलिस प्रशासन भी परेशान था।

बच्चे की खोज के लिए पुलिस हर संभव प्रयास कर रही थी। आज बच्चा मिलने से सभी को राहत मिली। वहीं पुलिस का कहना है कि जल्द ही सीसीटीवी के जरीए बच्चे को छोडने वाले तक पहुंचा जाएगा। 


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